‘आरओबी’ का संयुक्त सर्वेक्षण पूरा, जिलाधीश को सौंपी गई रिपोर्ट

‘डी-लाँचिंग’ हेतु आपत्ति व्यवस्थापन प्राधिकरण के आदेश की प्रतीक्षा

* रेलवे पुल की नई डिजाईन तैयार, सरकार को निधि हेतु भेजा जाएगा प्रस्ताव
अमरावती /दि.24 – शहर के बीचोबीच स्थित तथा राजकमल चौक व जयस्तंभ चौक से रेलवे स्टेशन चौक व हमालपुरा की ओर जानेवाले रेलवे उडानपुल को पुराना, जर्जर व खस्ताहाल बताते हुए सभी तरह के छोटे-बडे वाहनों सहित आम लोगों की आवाजाही के लिए करीब एक माह पहले बंद कर दिया गया था. जिसके बाद अब रेलवे एवं सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग के स्थानीय अधिकारियों ने इस रेलवे उडानपुल के नीचे से टनल रहनेवाले हिस्सों को तोडने के लिहाज से इस रेलवे पुल का संयुक्त सर्वेक्षण किया है. जिसकी रिपोर्ट आपदा व्यवस्थापन प्राधिकरण के प्रमुख होने के नाते जिलाधीश के सुपूर्द कर दी गई है. जिनके द्वारा अब प्रत्यक्ष कृति के लिए आवश्यक निर्देश जारी किए जाएंगे और यह प्रक्रिया आगामी एक सप्ताह के भीतर पूर कर ली जाएगी, ऐसी जानकारी है. इसके साथ ही यह भी पता चला है कि, इस रेलवे उडानपुल को पूरी तरह से तोडकर इसके स्थान पर नए सिरे से रेलवे उडानपुल का निर्माण किया जाएगा. जिसके लिए सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग ने एक आकर्षक व सुंदर डिजाईन भी तैयार की है. साथ ही इस उडानपुल के निर्माण हेतु निधि मिलने के लिए उडानपुल के डिजाईन और अनुमानित बजट के प्रस्ताव को जल्द ही राज्य सरकार के पास भेजा जाएगा.
बता दें कि, अमरावती-बडनेरा रेल लाईन के दोनों ओर बसे शहर के दो हिस्सों को आपस में जोडनेवाले रेलवे उडानपुल का निर्माण सन 1962 के आसपास किया गया था और तब से लगातार प्रयोग में रहनेवाला यह उडानपुल जर्जर होने के साथ ही खस्ता हालत में पहुंच चुका है. जिसके चलते किसी भी संभावित हादसे को टालने हेतु इस उडानपुल को 24 व 25 अगस्त की दरम्यानी रात सभी तरह के छोटे-बडे वाहनों सहित पैदल राहगिरों की आवाजाही के लिहाज से बंद कर दिया गया. लेकिन पुल के नीचे खाली छोडी गई जगह से रेलगाडियों सहित अन्य वाहनों की आवाजाही को कैसे शुरु रखा जाए, यह सबसे बडी समस्या रही. जिसे ध्यान में रखते हुए जिला आपत्ति व्यवस्थापन प्राधिकरण के अध्यक्ष व जिलाधीश आशीष येरेकर ने रेलवे एवं सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग के जरिए तुरंत ही उस रेलवे उडानपुल का संयुक्त तौर पर सर्वेक्षण कराया. जिसके बाद सर्वेक्षण करते हुए तैयार की गई रिपोर्ट को दोनों महकमों ने जिलाधीश के सामने रखा. जिसे जल्द ही जिला आपत्ति व्यवस्थापन के सभी सदस्यों के सामने रखा जाएगा और उस पर आम सहमति होने के बाद प्रत्यक्ष कृति का निर्णय लिया जाएगा. इस प्रक्रिया में करीब एक सप्ताह का समय लगेगा, यानि लगभग एक सप्ताह बाद रेलवे उडानपुल के रेलवे पटरी के उपर स्थित हिस्से सहित अंबापेठ से रायली प्लॉट तथा बेलपुरा से रेलवे स्टेशन चौक की ओर आवाजाही हेतु खाली छोडी गई जगह के उपर स्थित हिस्से को तोडने की प्रक्रिया शुरु की जाएगी.
इसी बीच यह जानकारी भी सामने आई है कि, सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग ने मौजूदा रेलवे पुल को तोडने के बाद उसके स्थान पर बनाए जानेवाले नए रेलवे उडानपुल के डिजाईन भी तैयार की है. जिसमें रेलवे पुल राजकमल, जयस्तंभ, हमालपुरा व रेलवे स्टेशन चौक को जोडनेवाले एप्रोच मार्ग का समावेश किया गया है. सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग द्वारा तैयार की गई नए रेलवे उडानपुल की डिजाईन को रेलवे प्रशासन ने भुसावल रेलवे विभाग के वरिष्ठ निर्माण अभियंता के पास मंजूर हेतु भेजा है. इसके साथ ही इस डिजाईन को अनुमानित बजट के साथ प्रस्ताव के तौर पर निधि की मंजूरी हेतु भेजा जा रहा है. इसके साथ ही यह भी पता चला है कि, आगामी कुछ दिनों में राज्य के राजस्व मंत्री व जिला पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले की अध्यक्षता के तहत रेलवे उडानपुल के निर्माण को लेकर सभी संबंधित अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक भी होनेवाली है. जिसमें नए रेलवे उडानपुल की डिजाईन और प्रस्तावित निर्माण कार्य को लेकर विचारविमर्श किया जाएगा. साथ ही पुल के निर्माण हेतु राज्य सरकार व रेलवे से निधि हासिल करने को लेकर भी चर्चा की जाएगी.

* मौजूदा रेलवे उडानपुल के स्थान पर नए रेलवे उडानपुल का निर्माण करने हेतु पुल की डिजाईन तैयार की गई है. नए उडानपुल के निर्माण संबंधी विस्तृत रिपोर्ट और डिजाईन के प्रस्ताव को आवश्यक निधि की मांग के लिए राज्य सरकार के पास जल्द ही भेजा जाएगा.
– श्रीकृष्ण गोमकाले
उपअभियंता, पीडब्ल्यूडी, अमरावती.

* अमरावती रेलवे स्टेशन पर बने आरओबी के किस हिस्से को तोडना है, इसकी योजना बनाने के साथ ही रेलवे द्वारा इसका बजट भी तैयार किया गया है और रेलवे पुल को तोडने के लिए कन्सलटंसी की भी नियुक्ति की गई है. पुल के बीच वाले हिस्से को तोडते समय इस बात को ध्यान रखा जाएगा कि, जिसकी वजह से किसी भी तरह की कोई दुर्घटना घटित न हो.
– विनोद राणे
सहायक अभियंता, रेलवे विभाग, बडनेरा.

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