मनपा चुनाव से ऐन पहले शिवसेना उबाठा को लगा बडा झटका
पूर्व पार्षद प्रशांत वानखडे अब युवा स्वाभिमान पार्टी में

* सेना की टिकट पर 5 बार पार्षद निर्वाचित हो चुके हैं प्रशांत वानखडे
* अपने 900 समर्थकों सहित विधायक रवि राणा के खेमें में हुए शामिल
अमरावती/दि.19 – अमरावती महानगरपालिका चुनाव से ऐन पहले शिवसेना उबाठा को आज उस समय करारा राजनीतिक झटका लगा, शिवसेना के टिकट पर अमरावती मनपा में लगातार पांच बार पार्षद निर्वाचित प्रशांत वानखड़े ने आज अपने लगभग 900 समर्थकों के साथ विधायक रवि राणा के नेतृत्व वाली युवा स्वाभिमान पार्टी में सार्वजनिक रूप से प्रवेश किया. पूर्व पार्षद प्रशांत वानखडे एवं उनके समर्थकों का यह प्रवेश युवा स्वाभिमान पार्टी के अध्यक्ष विधायक रवि राणा की प्रमुख उपस्थिति में संपन्न हुआ. इस अवसर पर विधायक रवि राणा ने प्रशांत वानखड़े सहित पार्टी में शामिल सभी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का पुष्पगुच्छ भेंट कर तथा युवा स्वाभिमान पार्टी का दुपट्टा पहनाकर सम्मानपूर्वक स्वागत किया.
विशेष उल्लेखनीय है कि, कट्टर शिवसैनिक के तौर पर पहचान रखनेवाले प्रशांत वानखडे पांच बार शिवसेना के टिकट पर पार्षद निर्वाचित होने के साथ ही मनपा सदन में शिवसेना के गुट नेता एवं नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके है. साथ ही शिवसेना में हुई दोफाड के बाद उन्होंने उद्धव ठाकरे गुट के साथ ही रहने का निर्णय लिया था. जिसके चलते शिवसेना उबाठा ने उन्हें जिला प्रमुख पद की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी सौंपी थी, परंतु जिला प्रमुख जैसे महत्वपूर्ण पद पर रहनेवाले प्रशांत वानखडे ने आज अकस्मात ही अपने करीब 900 समर्थकों के साथ युवा स्वाभिमान पार्टी में प्रवेश कर लिया है. जिसके चलते इस उलटफेर को शिवसेना उबाठा के लिए काफी बडा झटका माना जा रहा है. क्योंकि विधायक रवि राणा की युवा स्वाभिमान पार्टी एवं शिवसेना उबाठा के बीच पहले ही ‘छत्तीस’ का आंकडा है. ऐसे में यह भी माना जा रहा है कि, ऐन मनपा चुनाव से पहले विधायक राणा ने पूर्व पार्षद प्रशांत वानखडे को अपने पाले में करते हुए ठाकरे गुट वाली शिवसेना को जबरदस्त नुकसान पहुंचाया है.
शिवसेना उबाठा छोडकर युवा स्वाभिमान पार्टी में प्रवेश के दौरान पूर्व पार्षद प्रशांत वानखड़े ने कहा कि, विधायक रवि राणा द्वारा अमरावती शहर के लिए किए गए विकास कार्य, उनकी स्पष्ट सोच और जनहितैषी नेतृत्व से प्रभावित होकर उन्होंने युवा स्वाभिमान पार्टी में शामिल होने का निर्णय लिया है. साथ ही पूर्व पार्षद वानखडे ने यह भी कहा कि, शिवसेना उबाठा पार्टी आज नेतृत्वविहीन हो चुकी है और कार्यकर्ताओं में दिशाहीनता है.
वहीं इस समय विधायक रवि राणा ने कहा कि, पूर्व पार्षद प्रशांत वानखड़े का लंबा राजनीतिक अनुभव और उनके कार्यकर्ताओं की मजबूत ताकत से युवा स्वाभिमान पार्टी को निश्चित रूप से बल मिलेगा. आगामी अमरावती महानगरपालिका चुनाव में युवा स्वाभिमान पार्टी निर्णायक भूमिका निभाएगी. इस महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम से अमरावती के राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है. माना जा रहा है कि इसका असर आगामी महानगरपालिका चुनाव में साफ तौर पर देखने को मिलेगा.
इस मौके पर सुनील राणा, शैलेंद्र कस्तुरे, जयंतराव वानखड़े, संजय हिंगासपुरे, ज्योति सैरिसे, सोनाली नवले, नंदा सावदे, महेश मुलचंदानी, अनुप अग्रवाल, सचिन भेंडे, सारिका म्हाला, अर्चना तालन, सुरेश पडोले, अशोक भागडकर, राजेश बोरेकर, दत्तात्रय भाडकर, विशाल बोबडे, केतन मसतकर, धनंजय बोबडे, विनोद मामुरकर, उमेश किरणापूरे, रमेश कनपटे, कंचन कडू, साक्षी उमक, राजा बाखडे, उमेश ढोणे, कुशल बोबडे, राजेश शिरभाते सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे.





