‘श्री शिवाय नमस्तुभ्यं…’ के जयकारे से कांवड यात्रा हुई रवाना
ओंकारेश्वर मंदिर में भगवान शिव को किया जल अर्पित

* 160 किमी की पैदल यात्रा की तय
* धारणी के राधाकृष्ण मंदिर से हुई थी शुरुआत
धारणी /दि.16-सावन का महीने शुरु होते ही शिवभक्तों का उत्साह चरम पर रहता है. सावन माह में भगवान शिव की आराधना की जाती है तथा कांवड यात्रा निकाली जाती है. धारणी तहसील के शिवभक्तों ने ओंकारेश्वर तक कावड यात्रा का आयोजन किया. सर्वप्रथम सोनाबर्डी और भोकरबर्डी की तापी नदी से कांवड में जल लिया गया. इसके पश्चात 16 जुलाई को धारणी के राधा कृष्ण मंदिर में सुबह 6 बजे जल पूजन किया गया. इस अवसर पर यात्रा में जाने वाले कांवडियों को तिलक लगाया गया. इसके पश्चात ओंकारेश्वर के लिए कांवड यात्रा की शुरुआत हुई. लगभग160 किमी की यह यात्रा थी. कांवड यात्रा में महिलाएं भी शामिल हुई. कांवड यात्रा का यह दूसरा साल है. इन शिवभक्तों ने एक दिन में 40 से 45 किमी की पैदल यात्रा तय की. धारणी से कांवड लेकर निकले सभी शिवभक्त 160 किमी की दूरी तय कर कल रात 11 बजे ओंकारेश्वर पहुंचे. आज सुबह ओंकारेश्वर में भगवान शिव जलअर्पित किया. इस समय अभिषेक, पूजन व आरती की गई. ओंकारेश्वर में भगवान शिव का जलाभिषेक करने के पश्चात शिवभक्त धारणी की ओर रवाना हुए. कांवड यात्रा में गोपाल राठोड, अशोक भागवत, विकास राठोड, अनंत जाणे, संदीप ठाकुर, गणेश भारती, रवि मावस्कर, रोशन देशमुख, अंकित (बाला )मोहोड, रितेश विश्वकर्मा, मदन येलणे, राजेश वाकोडे, मनोज मावस्कर, शामलाल भिलावेकर, सुनील खडके, नितेश मेटकर, राजेश सपकाल, आनंद बारव्हाण, मुलचंद दहिकर, कैलास चव्हाण, दहिकर, अमन गाडगे, आयुष राजने, नितु बारव्हाण, सतीश राठोड, केशव गाडगे, अजय कासदेकर, अभिजित गाडगे, ललित राठोड, राधेश्याम दशोरे, सविता असवार, प्रमिला भारती, कालिबाई मावस्कर, शेवंती मेटकर, दुर्गा मेटकर, अंजली वाघमारे, आकाश ड्रायव्हर, केशव जांभेकर, रमेश मालवीय आदि शिवभक्त शामिल हुए थे.





