होम वोटिंग सुविधा नहीं होने से वृद्ध व दिव्यांग मतदाताओं में नाराजगी
मतदान प्रक्रिया से वंचित रहने की बढ गई संभावना

खामगांव/दि.25 – लोकसभा और विधानसभा चुनावों में दिव्यांग, गंभीर रूप से बीमार तथा वृद्ध मतदाताओं के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण साबित हुई होम वोटिंग सुविधा इस बार नगर परिषद चुनाव में उपलब्ध नहीं कराई गई है, जिससे अनेक मतदाताओं में तीव्र नाराजगी व्यक्त की जा रही है.इस संबंध में चुनाव आयोग द्वारा कोई आधिकारिक अधिसूचना स्थानीय चुनाव अधिकारियों को प्राप्त नहीं हुई है, ऐसी जानकारी चुनाव निर्णय अधिकारी डॉ. रामेश्वर पुरी ने दी. लोकसभा और विधानसभा चुनावों में घर से मतदान की सुविधा उपलब्ध होने के कारण नागरिकों की अपेक्षा थी कि नगर परिषद चुनाव में भी यही व्यवस्था लागू की जाएगी, जिससे सर्वसमावेशक मतदान संभव हो सके. परंतु इस चुनाव में होम वोटिंग की सुविधा न होने से वृद्ध, दिव्यांग और गंभीर रूप से बीमार मतदाताओं के मतदान प्रक्रिया से वंचित रहने की संभावना बढ़ गई है.
* बीमारी से ग्रस्त वोटर मतदान से वंचित
वयोवृद्ध, 40 से 100 प्रतिशत दिव्यांग, हृदय रोग, कैंसर आदि गंभीर बीमारियों से पीड़ित नागरिकों को मतदान के दिन घर पर ही रहना पड़ेगा. कई लोगों ने प्रशासन से होम वोटिंग के बारे में जानकारी मांगी, लेकिन उन्हें बताया गया कि ऐसी कोई व्यवस्था उपलब्ध नहीं है. प्रत्येक मतदाता को मतदान की पवित्र प्रक्रिया में शामिल होना चाहिए और इस उद्देश्य के लिए यह योजना बेहद महत्वपूर्ण है.
* जागरुकता अभियान और वास्तविक स्थिति में विरोधाभास
शहर के चौक-चौराहों पर बड़े-बड़े बैनर लगाकर जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है. लेकिन जिन मतदाताओं के लिए मतदान केंद्र पर पहुंचना संभव नहीं है, उनके लिए कोई विशेष व्यवस्था न होने से नागरिकों ने इस अभियान को केवल औपचारिक करार दिया है और अपनी नाराजगी व्यक्त की है.
* संगठनों की मांग
शहर की अनेक सामाजिक संस्थाओं और नागरिकों ने चुनाव आयोग से नगर परिषद स्तर पर भी होम वोटिंग सुविधा तुरंत लागू करने की मांग की है. उनका कहना है कि लोकतंत्र को मजबूत बनाने में प्रत्येक मतदाता की भागीदारी अत्यंत आवश्यक है.





