लावण्या खिंवसरा के कल मासखमण के पचखान
31 दिनों तक की तपस्या

अमरावती/ दि. 18 – – चातुर्मास के चार माह में धर्म के प्रति आस्था दिखाते हुए कई धर्मप्रेमी बांधव तप के माध्यम से आराधना कर अपने कर्मों की निरझरा करते हैं. ऐसे में युवा पीढ़ी भी इस मामले में पीछे नहीं है. यह बात कु. लावण्या के 31 उपवास के माध्यम से फिर एक बार साबित हुई हैं. शुभकिरण खिंवसरा की पौत्री तथा जीतेंद्र खिंवसरा की बिटिया लावण्या ने 31 दिनों की कठिन तपस्या कर अपने कर्मों की निरझरा की है. पूज्य गुरुदेव रामलालजी म.सा. के अज्ञानुवर्ति, परमपूज्य आदर्शप्रभा म.सा. आदिठाणा 5 के पावन निश्रा में उन्होेेंने यह आराधना की. कल 19 सितंबर को सुबह बडनेरा रोड स्थित जैन स्थानक में वह 31वें उपवास के प्रत्याखान लेंगी. इस अवसर पर सभी समाज बंधुओं से इस सुअवसर पर उपस्थित रहने का अनुरोध खिंवसरा परिवार तथा श्री वर्धमान स्थानक वासी जैन श्रावक संघ द्वारा किया गया है.
* आज 111 सामूहिक एकासन
ेअमरावती – आचार्य भगवंत डॉ. शिवमुनि जी म.सा. के 84वें जन्मदिन पर श्री वर्धमान स्थानक वासी जैन श्रावक संघ की ओर से सामूहिक एकासने का आयोजन किया गया था. जिसमें समाज के वयोवृद्ध से लेकर छोटे बच्चों तक 111 लोगों ने सामूहिक एकासना तप की आराधना की, संघ की ओर से एकासना करने वालों के भोजन की व्यवस्था स्थानक में की गई थी. 10 लाभार्थी परिवार के सहयोग से यह आयोजन हुआ था. जिसमें समाज बंधुओं ने बढ़चढ़कर अपना योगदान दिया. जिसके लिए संघ के अध्यक्ष अमृत मुथा, सचिव धर्मेंद्र मुणोत, शिवबाबू संकलेचा, प्रेमचंद बोकरिया, नरेश कंठालिया, अभय कोटेचा सहित कई समाज बंधुंओं ने अपन सहयोग दिया.





