शराब की कीमतें बढी, करीब 70 प्रतिशत तक बढोतरी

नए नियमों के कारण व्यवसायियों में असंतोष बढा

भंडारा/दि.18 – राज्य सरकार ने शराब पर उत्पाद शुल्क में भारी वृद्धि कर दी है. देशी-विदेशी शराब की कीमतों में करीब 70 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है. इससे सरकार को हजार करोड रुपए का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा. हालांकि, होटल एवं परमिट बार एसोसिएशन ने इस फैसले का विरोध किया है. चूंकि, इससे शराब के शौकीनों की जेब पर भी भारी असर पडेगा, इसलिए दरवृद्धि से नाराजगी बढी है.
हाल ही में सरकार ने वैट दोगुना कर दिया है. लाइसेंस शुल्क में 15 प्रतिशत और उत्पाद शुल्क में 60 प्रतिशत की वृद्धि कर दी गई है. इस तिहरे करवृद्धि ने बार और परमिट रूम व्यवसाय को संकट में डाल दिया है. संगठनों का कहना है कि छोटे-बडे होटलों और बारों का अस्तित्व ही खतरे में पड गया है. अब एक क्वार्टर यानी 180 एमएल शराब के लिए अब 70 से 80 रुपए, रम के लिए 75 से 85 रुपए, व्हिस्की के लिए 60 से 70 रुपए, वोडका के लिए 70 से 80 रुपए और बीयर के लिए 15 से 25 रुपए अधिक चुकाने होंगे. कीमतों में बढोतरी के कारण कई बार और परमिट रूम बंद होने की आशंका है. आशंका जताई जा रही है कि हजारों कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे. इस मूल्य वृद्धि के विरोध में लगभग कई जिले के रेस्टोरेंट और बार सोमवार को एक दिन के लिए बंद रहे. जिला रेस्टोरेंट और बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष राजेश निम्बेकर ने बताया कि नए नियमों से व्यापारियों में असंतोष है और लाखनी तालुका सहित भंडारा जिले के व्यापारियों ने सरकार के फैसले का विरोध किया है.
* नए नियमों के कारण व्यवसायियों में असंतोष
राज्य आबकारी विभाग के नए नियमों पर आबकारी विभाग ने अमल शुरू कर दिया है. 25 साल से कम उम्र के युवाओं को शराब बेचने पर रोक, दो महीने की सीसीटीवी फुटेज पेश करने की सख्ती ओर बार शुरु रखने के समय में बदल किया गया है. इन सभी नीतियों के कारण व्यवसायियों में असंतोष बढा है.

 

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