स्थानीय निकाय संस्था चुनाव में गठबंधन बाबत स्थानीय नेता ले फैसला
प्रदेशाध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने कहा- रात्रि संबोधन में अब तो वचनपूर्ति का आश्वासन दे पीएम मोदी

* पत्रकार परिषद में केंद्र और राज्य की सरकार पर जमकर उखडे
अमरावती/ दि. 18 – आगामी स्थानीय निकाय संस्था चुनाव में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को किस राजनीतिक दल के साथ गठबंधन करना है, इसका फैसला शहर जिला कार्यकारिणी के साथ स्थानीय नेता करेंगे. इस संदर्भ मेें स्थानीय स्थानीय नेताओं को संपूर्ण अधिकार सौंपे है. यह बात भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने कही.
स्थानीय मालटेकडी परिसर में स्थित कांग्रेस भवन में बुधवार को शहर -जिला कार्यकारिणी का कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया. इस अवसर पर मीडिया से बातचीत में प्रदेशाध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने कहा कि, आगामी स्थानीय निकाय संस्था चुनाव में नेताओं द्बारा किस पार्टी के साथ गठबंधन करना है या स्वतंत्र लडना है. इसका फैसला लिया जायेगा. लेकिन विदर्भ का अनुशेष दूर करने के लिए सत्ताधारी पार्टी को हम श्वेतपत्रिका प्रकाशित करने मजबूर करेंगे. इस बात पर भी उन्होंने बल दिया. अपने संबोधन की शुरूआत मोर्शी में आयोजित कैडरबेस सम्मेलन से करते हुए हर्षवर्धन सपकाल ने कहा कि, आज भाजपा के कई पदाधिकारियों ने कांग्रेस पार्टी में प्रवेश लिया है. 3 बार विधायक रहे ‘मेलघाट के शेर’ राजकुमार पटेल ने भी आखिरकार एकनिष्ठ परिवार की परंपरा का पालन कर घर वापसी की है. जब इंदिरा गांधी सन 1974 में प्रधानमंत्री रही. उस समय उन्होंने मेलघाट के दौरे में राजकुमार पटेल की मां को मिलने बुलाया था. अब उन्होेने अपने पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए कांग्रेस पार्टी में प्रवेश लिया है. आनेवाले समय में आदिवासी क्षेत्र के बजट पर नजर रखनेवाली सरकार को करारा जवाब देने राजकुमार पटेल मैदान में उतरेंगे. साथ ही मेलघाटवासियों की समस्याओं का निराकरण करेंगे. हम सत्ता के लिए नहीं बल्कि अधिकारों के लिए लड रहे है.
इस समय उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की बधाइयां देते हुए कहा कि, हम भारतीय संस्कृति के अनुसार उन्हें जन्मदिन की बधाइयां देते हैं. लेकिन ‘क्या हुआ तेरा वादा…’ की याद भी दिलाते हैं. उन्होंने कहा था कि लोगों को 15 लाख मिलेंगे. स्वामीनाथन आयोग पर अमल होगा. जनता खुशहाल होगी. लेकिन अभी भी सरकार अदानी, अंबानी की ख्वाहिशे पूरी करने 1 रूपए में अदानी परिवार को जमीने बेच रही है. इस कारण युवा संगठन ने इस दिन को बेरोजगार के रूप में मनाया. एक तरफ बारिश रूकने का नाम नहीं ले रही है. दूसरी ओर किसानों पर आसमानी और सरकारी अकाल पडने लगा है. इन सभी को देखते हुए नाली से गैस बनाने का तरीका बतानेवाले पीएम मोदी को पहले तो नोबल पुरस्कार देना चाहिए. हम उनसे एक अपेक्षा करते है कि रात 8 बजे जब वे जनता को संबोधन करने आए तो एक बात कहें कि उन्होंने किए हुए वादे को पूरा किया है. बस हमारी उनसे यही अपेक्षा है. साथ ही अकाली बारिश की मार झेल रहे है किसानों को प्रति हेक्टेयर 50 हजार रूपए की सहायता प्रदान करें. उन्हें कर्जमाफी दें. 1 लाख हेक्टेयर जमीन बह गई है, उन्हें प्रति हेक्टेयर 5 लाख का अनुदान दिया जाए.
रमी खेलनेवाले कृषि मंत्री की हर ख्वाहिश पूरी की जाती है. अब तो हमें कृषि मंत्री को खोजनेवालों को इनाम देने की नौबत आई है. ‘आपने इन्हें देखा है क्या ?’ ऐसा सवाल पूछना पड रहा है. सीएम के बाद अब डीसीएम भी विज्ञापनों का दौर चला रहा है. मंत्री किसानों के बांध पर नहीं जाते, केवल चार दिवारी में बैठकर रमी खेलने में आनंद व्यक्त करते हैं. हाल ही में संजय गोगटे नामक किसान द्बारा अधिकारियों की मनमानी के चलते आत्महत्या की गई, ऐसी घटना सामने आयी है. इस पर उन्होंने कहा कि जिस विभाग का कृषि मंंत्री ही रमी खेलने में व्यस्त हो उस विभाग के अधिकारियों से और क्या ही उम्मीद की जा सकती है. मीना ठाकरे के स्मारक को लेकर चल रहे विवाद पर उन्होंने कहा कि जो सरकार पहलगाम के हमले में दोषियों को खोज नहीं पाई वह मीना ठाकरे के मामले मेें आरोपियों को कैसे खोजेगी. यह सरकार का केवल समाज में विवाद निर्माण कर लोगों को एक दूसरे के साथ लडाने का एक तरीका होने की बात कही.
पत्रकार परिषद में सांसद बलवंत वानखडे, पूर्व मंत्री एड. यशोमती ठाकुर, डॉ. सुनील देशमुख, प्रदेश प्रवक्ता मिलिंद चिमोटे, जिलाध्यक्ष बबलू देशमुख, शहराध्यक्ष बबलू शेखावत, पूर्व महापौर विलास इंगोले, उपाध्यक्ष भैया मोहोड, पूर्व विधायक राजकुमार पटेल के साथ अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.





