उध्दव सरकार का गिरना तय, उलटी गिनती शुरू
लगातार मजबूत हो रहा है एकनाथ शिंदे गुट
* सांसद संजय राउत ने लगाया सेना विधायकों के अपहरण का आरोप
* शिवसेना ने मुंबई पदाधिकारियों की बुलाई अर्जंट मीटिंग
* गुवाहाटी से सेना के 42 बागी विधायकों का वीडीयो आया सामने
* मुंबई शिवसेना की मीटिंग में सिर्फ 13 विधायक पहुंचे
* शरद पवार ने राकांपा को बताया सीएम उद्धव ठाकरे के साथ
* गुवाहाटी में होटल के सामने धरने पर बैठे टीएमसी नेता
* शरद पवार ने किया सरकार गिरने का इशारा
* शिंदे गुट के 34 विधायकों के साइन वाली चिट्ठी मिली डिप्टी स्पीकर को
* आज सुबह सेना के और 9 बागी विधायक गुवाहाटी पहुंचे
* एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे को फिर लिखी चिट्ठी
* बीजेपी खेमे में भी हलचल तेज, देवेन्द्र फड़णवीस के घर पहुंचे कई नेता
* शिवसेना विधायक नितीन देशमुख मुंबई पहुंचे
* कई शिवसेना विधायकों का फोन नॉटरिचेबल
* एकनाथ शिंदे का दावा- 14 सांसद भी मेरे साथ
मुंबई/दि.23– महाराष्ट्र में उद्धव सरकार का गिरना अब लगभग तय हो गया है. गुवाहाटी में एकनाथ शिंदे ने 42 शिवसेना और 7 निर्दलीय विधायकों के साथ तस्वीर जारी कर शक्ति प्रदर्शन किया है. उद्धव सरकार गिराने के लिए शिंदे को सिर्फ 37 शिवसेना विधायकों की जरूरत थी. सूत्रों के मुताबिक सरकार गठन और आगे की प्रक्रिया को लेकर महाराष्ट्र भाजपा में भी बैठक शुरू हो गई है. भाजपा ने शिंदे को महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में 8 कैबिनेट रैंक और 5 राज्य मंत्री रैंक का ऑफर दिया है. साथ ही केंद्र में भी 2 मंत्री पद देने की पेशकश की है. इससे पहले, बागी नेता एकनाथ शिंदे ने एक चिट्ठी शेयर की है. चिट्ठी संजय शिरसाट ने लिखी है, मगर इसमें सभी विधायकों की भावनाएं बताईं गई है. चिट्ठी में लिखा है- शिवसेना विधायकों के लिए आपका दरवाजा हमेशा बंद रहता था. आप इन विधायकों की सुनते नहीं थे. वहीं शिंदे हमेशा विधायकों की सुनते थे और आगे भी सुनेंगे.
सीएम उद्धव ठाकरे को शिंदे खेमे की ओर से लिखी गई चिट्ठी में कहा गया कि, अब ढाई वर्ष बाद कल वर्षा बंगले के दरवाजे सचमुच जनता के लिए खोल दिए गए. बंगले पर भीड़ देखकर खुशी हुई. लेकिन पिछले ढाई साल से शिवसेना विधायक के तौर पर हमारे लिए ये दरवाजे बंद थे. हमें ऐसे लोग चला रहे थे, जिन्हें लोगों ने नहीं चुना था. ये लोग विधान परिषद और राज्यसभा के माध्यम से आए थे. तथाकथित बडवे (चाणक्य लिपिक) हमें हराने और राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव की रणनीति तय करने का काम कर रहे थे. इसका परिणाम सिर्फ महाराष्ट्र ने देखा है. शिवसेना विधायक के रूप में हमें वर्षा बंगले तक सीधी पहुंच नहीं मिली. मुख्यमंत्री मंत्रालय की छठी मंजिल पर सभी से मिलते हैं, लेकिन हमारे लिए कोई जगह ही नहीं थी, क्योंकि आप कभी मंत्रालय ही नहीं गए. कई बार निर्वाचन क्षेत्र के काम, अन्य मुद्दों, व्यक्तिगत समस्याओं के लिए सीएम साहब से मिलने का अनुरोध करने के बाद हमें बुलाया जाता और बंगले के गेट पर घंटों खड़ा रखा जाता. मैंने कई बार सीएम को फोन किया पर फोन रिसीव नहीं होता था. आखिरकार हम ऊब जाते और चले जाते. हमारा सवाल यह है कि अपने ही विधायकों के साथ ऐसा अपमानजनक व्यवहार क्यों? ऐसे विधायकों से इस तरह का व्यवहार जिन्हें तीन-चार लाख मतदाता चुनते हैं. ये चिठ्ठी एक तरह से शिवसेना के सभी बागी विधायकों की भावनाओं का इजहार है. जिससे पता चल रहा है कि, आघाडी सरकार में किस तरह से कामकाज चल रहा था और विधायकों की क्या स्थिति थी.
* 5 बड़े अपडेट्स…
1. शिवसेना ने आरोप लगाया है कि उनके विधायकों को गुवाहाटी में बंधक बनाया गया है. सीएम आवास के बाहर सूरत से भागकर आए विधायक नितिन देशमुख के साथ पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है.
2. पता चला है कि, इस समय शिवसेना के 19 में से करीब 9 सांसद भी उद्धव का दामन छोड़ सकते हैं. इनमें एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे, ठाणे लोकसभा सांसद राजन विचारे, वाशिम की सांसद भावना गवली और नागपुर की रामटेक सीट से सांसद कृपाल तुमाने के नाम सामने आए हैं. जैसे ही सत्ता में परिवर्तन होगा, कई और सांसद भी एकनाथ शिंदे के समर्थन में आएंगे.
3. इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी मुंबई पहुंची हैं. हालांकि, यह उनका निजी दौरा बताया जा रहा है. सूत्रों के अनुसार वे महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले से मुलाकात कर सकती हैं.
4. एनसीपी विधायकों की बैठक में शरद पवार ने विधायकों से कहा- हम शिवसेना के साथ हैं. सत्ता जाने के बाद संघर्ष के लिए सभी तैयार रहें.
5. सूत्रों के अनुसार, कुछ देर में बागी गुट विधायकों के हस्ताक्षर वाला पत्र राज्यपाल को भेजेंगे. मुख्यमंत्री के सरकारी आवास छोड़ने से राकांपा नाराज हो गई है.
* गुवाहाटी में होटल के बाहर टीमएसी कार्यकर्ताओं का हंगामा
महाराष्ट्र के सियासी घमासान में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस की एंट्री हो गई है. 41 शिवसेना और 9 निर्दलीय विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे जिस होटल में ठहरे हैं, उसके बाहर टीएमसी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. इनका कहना था कि विधायकों की खरीद-फरोख्त की जा रही है. इसे रोका जाए. पुलिस ने इन्हें हिरासत में ले लिया है.
* गुवाहाटी: 12 घंटे में 7 और विधायक एकनाथ के पास पहुंचे
पिछले 12 घंटे में शिवसेना के और पांच तथा दो निर्दलीय विधायक महाराष्ट्र से गुवाहाटी पहुंचे. इनमें गुलाबराव पाटील, योगेश कदम, सदा सर्वंकर, योगेश पवार और मंगेश कुलांकर शामिल हैं. बाकी दो विधायक मंजुला गावित और चंद्रकांत पाटिल निर्दलीय हैं. सदा, योगेश और मंगेश गुरुवार सुबह गुवाहाटी की रेडिसन ब्लू होटल पहुंचे.
* मातोश्री में उद्धव की बैठक, फडणवीस के पोस्टर लगे
सियासी संकट के बीच उद्धव ठाकरे ने मातोश्री में पार्टी के दिग्गज नेताओं की बैठक बुलाई है. बैठक में इस्तीफा देने पर फैसला किया जा सकता है. इधर, महाराष्ट्र के कई जगहों पर भाजपा के देवेंद्र फडणवीस को सीएम की शुभकामनाएं देते हुए पोस्टर लगाया गया है.
* उद्धव के पास अब विकल्प क्या है?
उद्धव के पास अब 2 विकल्प बचे हैं. पहला, शरद पवार की बात मान कर एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने का ऑफर दें. हालांकि, शिंदे ने महाविकास आघाड़ी के साथ सरकार में रहने से इनकार कर दिया है. दूसरा, फ्लोर टेस्ट का है. संजय राउत फ्लोर टेस्ट की बात कह चुके हैं.
महाराष्ट्र में सियासी बवाल का मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है. कांग्रेस नेता जय ठाकुर ने कोर्ट से कहा है कि जो विधायक बगावत करे, उसके चुनाव लड़ने पर 5 साल तक रोक लगे. ठाकुर की याचिका कोर्ट में पहले से लंबित है.
* सियासी संकट के दूसरे दिन क्या-क्या हुआ?
सियासी उठापटक के बीच उद्धव ने मुख्यमंत्री आवास छोड़ दिया. उद्धव ने फेसबुक लाइव कर कहा- शिंदे मेरे से बात करें, मैं सीएम कुर्सी के साथ ही शिवसेना अध्यक्ष का पद भी छोड़ दूंगा. वहीं शरद पवार ने उद्धव को सलाह दिया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को ही बना दो, पार्टी टूट से बच जाएगी. इधर, गुवाहाटी में बैठे शिंदे ने शिवसेना के चीफ व्हिप सुनील प्रभु को हटा दिया.