कोल्हापुर /दि.4- आगामी मौसम में गन्ना उत्पादक किसानों को बडी राहत मिली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को संपन्न वित्तीय व्यवहार विषयक मंत्रिमंडल समिति की बैठक में गन्नें के एफआरपी में प्रति टन 150 रुपए वृद्धि करने का निर्णय लिया है.
हर वर्ष गन्ने का मौसम शुरु होने से पहले केंद्रीय कृषि मूल्य आयोग गन्ना उत्पादन का खर्च ध्यान में रखते हुए एफआरपी निश्चित करता है. जून महिने में इस आयोग ने वर्तमान वर्ष के एफआरपी में प्रति टन 150 रुपए वृद्धि करने का प्रस्ताव केंद्रीय मंत्रिमंडल को किया था. इस प्रस्ताव पर बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अंतिम मुहर लगाई. विगत 8 वर्ष में गन्ने पर एफआरपी में 34 प्रतिशत से अधिक वृद्धि हुई है. वर्ष 2013-14 में गन्ने के भाव 2,100 रुपए प्रति टन था, वह बीते मौसम में 2,900 रुपए हो गया. इस वर्ष 3,050 रुपए टन पर गन्ने के भाव गये, जिससे पहली बार ही गन्ना उत्पादक किसानों को 3 हजार रुपए से अधिक दाम मिलेंगे. वर्ष 2020-21 के शक्कर के मौसम में गन्ना उत्पादक किसानों को 92 हजार 938 करोड रुपए का भुगतान करना था. उनमें से 92 हजार 700 करोड रुपए का वितरण गन्ना उत्पादकों को किया गया है. 228 करोड रुपए का भुगतान बकाया है. हाल ही में खत्म हुए वर्ष 2021-22 के मौसम में 1 लाख 15 हजार करोड रुपयों में से 1 लाख 5 हजार करोड रुपयों का वितरण किया गया है. किसानों को 91.94 प्रतिशत रकम प्राप्त हो गई है.