महाराष्ट्र

रापनि के 250 में से 105 आगार शुरू

19 हजार कर्मचारी काम पर लौटे

* धीरे-धीरे टूट रहा गतिरोध

मुंबई/दि.7- रापनि को सरकारी सेवा में शामिल किये जाने की मांग को लेकर रापनि कर्मचारियों द्वारा की जा रही हडताल अब धीरे-धीरे दम तोड रही है. राज्य सरकार द्वारा विलीनीकरण की बजाय वेतन वृध्दि की घोषणा करने के बाद समूचे राज्य में रापनि के 19 हजार कर्मचारी काम पर लौट आये है. जिसके चलते राज्य में रापनि के 250 में से 105 आगारों से रापनि बसों की आवाजाही शुरू हो गई है. वहीं 145 आगार अब भी बंद पडे है. ऐसे में अब भी हडताल पर अडे रापनि कर्मचारियों द्वारा जगह-जगह पर रापनि बसों को अडाने, काम पर लौटे कर्मचारियों के साथ गाली-गलौच करने और आगारों के प्रवेश द्वार बंद करते हुए रापनि की बसों के कांच फोडने का काम किया जा रहा है. जिसके तहत अब तक 40 से अधिक बसों की तोडफोड की जा चुकी है. इन सभी मामलों को लेकर राज्य में अलग-अलग स्थानों पर 93 अपराध दर्ज किये गये है. वहीं लातूर आगार से बाहर निकलनेवाली रापनि बस को रोकने का प्रयास करनेवाले हडताली कर्मचारियों के खिलाफ प्रशासन द्वारा सीधी कार्रवाई करनी शुरू की गई है.
जहां एक ओर रापनि प्रशासन द्वारा हडताली कर्मचारियों के खिलाफ अपराधिक मामले दर्ज करने के साथ-साथ निलंबीत व निष्कासित करने की कार्रवाई की जा रही है. वहीं काम पर लौटे कर्मचारियों को पूरी सुरक्षा देते हुए नई वेतन श्रेणी के हिसाब से वेतन भी अदा किया जा रहा है. जिसके तहत सभी आगारों में अक्तूबर तथा दिसंबर माह के वेतन की सुची लगायी जा रही है. ताकि सभी रापनि कर्मियों को उनके वृध्दिंगत वेतन के बारे में जानकारी प्राप्त रहे. क्योंकि इस वेतनवृध्दि को लेकर हडताली कर्मचारियों द्वारा सोशल मीडिया पर काफी अफवाहें फैलायी जा रही है. इसके अलावा काम पर लौटे कर्मचारियों का वेतन उनके बैंक खातों में जमा कराने की प्रक्रिया आज से ही शुरू कर दी गई है और इस काम को तीन दिन में पूरा कर लिया जायेगा.

* निलंबीत कर्मचारियों की वापसी आसान नहीं

उधर दूसरी ओर राज्य परिवहन निगम के सभी विभागों द्वारा हडताली कर्मचारियों के खिलाफ कैवेट दाखिल किया गया है. जिसके चलते निलंबीत किये गये कर्मचारियों को अब न्यायालयीन प्रक्रिया पूर्ण किये बिना काम पर वापिस लौटना संभव नहीं हो पायेगा. ऐसे में निलंबीत कर्मचारियों को दुबारा काम पर लौटने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड सकता है.

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