नर्सों की लापरवाही से गई थी 11 बच्चों की जान : टोपे
भंडारा अस्पताल अग्निकांड : सीसीटीवी से खुलासा
मुंबई/दि.11 – भंडारा जिला अस्पताल के सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) में तैनात दो नर्स शुभांगी साठवणे और स्मिता आंबिलकडु के कारण 11 बच्चों की जान चली गई. एसएनसीयू में आग लगने के 12 मिनट तक नर्स वहां पर नहीं पहुंची थीं. मुंबई की कालीना स्थित फॉरेंसिक लैब द्बारा एसएनसीयू के सीसीटीवी डीवीआर की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है.
बुधवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि, एसएनसीयू में तैनात नर्सों की लापरवाही अक्षम्य है. यदि आग के स्पार्क के समय नर्स एसएनसीयू में होती तो आग पर काबू पाया जा सकता है. टोपे ने कहा कि, मुझे फॉरेंसिक लैब की लिखित रिपोर्ट गुरुवार तक मिल जाएगी. इसके बाद नर्सों के खिलाफ मामला दर्ज करने के बारे में फैसला लिया जाएगा. टोपे ने कहा कि, भंडारा के पुलिस अधीक्षक वसंत जाधव इस बात की जांच कर रहे हैं कि घटना के समय दोनों नर्स कहां पर थीं. वहीं विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, सरकार इस मामले में असंवेदनशील है. सरकार किसी को बचाने का प्रयास कर रही है. सरकार को इस घटना के दोषियों के खिलाफ तुरंत मामला दर्ज करना चाहिए.