11 वीं में प्रवेश की वेबसाइट सुचारु

सहायता केंद्र पर भीड हुई कम

मुंबई /दि.31– कक्षा 11 वीं के केंद्रीयकृत व ऑनलाइन प्रवेश हेतु बनाई गई वेबसाइट में आई तकनीकी दिक्कतों की समस्या पांचवें दिन कुछ हद तक कम हुई. वेबसाइट के धिमी गति से चलने, लॉगिन आईडी व पासवर्ड का संदेश नहीं आने, काफी प्रयासों के बाद संदेश आने पर वहां किसी अन्य का लॉगिन दिखाई देने और आवेदन का दूसरा भाग शुरु ही नहीं होने जैसी समस्याओं के चलते चार दिनों से त्रस्त हो चुके विद्यार्थियों को गत रोज थोडी राहत मिली. जिसके चलते विभागीय उपसंचालक कार्यालयों के सहायता कक्षों में विद्यार्थियों एवं अभिभावकों की भीडभाड थोडी कम हुई.
बता दें कि, कक्षा 11 वीं की प्रवेश प्रक्रिया 21 मई से शुरु हुई है. परंतु तकनीकी दिक्कतों के चलते वेबसाइट ही शुरु नहीं हुई. जिन्हें दुरुस्त कर 26 मई से दुबारा शुरु की गई ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया में तकनीकी दिक्कतों का ग्रहण कायम रहा और वेबसाइट पर 26 मई को भी आवेदन भरने हेतु विद्यार्थियों को कई समस्याओं का सामना करना पड रहा था और यह दिक्कत दिनोंदिन बढ ही रही थी. जिसके तहत विद्यार्थियों द्वारा आवेदन करते समय उन्हें लॉगिन आईडी व पासवर्ड नहीं मिलने, लॉगिन आईडी व पासवर्ड मिलने पर वे अन्यत्र शुरु रहने, शुल्क नहीं भर पाने, आवेदन का दूसरा भाग नहीं खुलने और पसंतक्रम दर्शाने हेतु महाविद्यालयों की सूची दिखाई नहीं देने जैसी समस्याएं दिनोंदिन बढ रही थी. ऐसे में विद्यार्थी एवं उनके अभिभावक विभागीय शिक्षा उपसंचालक कार्यालय के मदद केंद्रों में भीडभाड कर रहे थे. जहां से उन्हें कोई समाधानकारक जवाब नहीं मिल रहा था. जिसके चलते वे हताश व निराश हो गए थे. आखिरकार शुक्रवार की सुबह से कक्षा 11 वीं के ऑनलाइन प्रवेश की वेबसाइट कुछ हद तक व्यवस्थित ढंग से शुरु रहने की बात सामने आई. जिसके चलते विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों को काफी राहत मिली.

* सहायता कक्ष के अधिकार भी सीमित
वेबसाइट के प्रयोग को लेकर सहायता कक्ष के पास कोई अधिकार नहीं रहने के चलते सहायता कक्ष ने केवल विद्यार्थियों की शिकायते ही दर्ज की जा रही थी. परंतु गत रोज सहायता कक्ष को विद्यार्थियों को लॉगिन आईडी व पासवर्ड के संदर्भ में आनेवाली दिक्कते दूर करने का अधिकार दिया गया. जिसके चलते लॉगिन आईडी व पासवर्ड के संदर्भ में शिकायते लेकर पहुंचनेवाले विद्यार्थियों एवं अभिभावकों की समस्याओं को हल किया जा रहा था. साथ ही पहले चार दिनों की तुलना में गत रोज सहायता कक्ष में शिकायते लेकर पहुंचने वाले विद्यार्थियों व अभिभावकों की संख्या भी काफी हद तक कम रही.

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