मुंबई/दि.३१ – भाजपा के पूर्व सांसद किरिट सोमय्या ने राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर १२ हजार करोड के कोरोना अस्पताल घटाले का आरोप लगाया था. जिसमें सोमवार को शिवसेना ने इस आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि, आरोप लगाने वाले सोमय्या को भाजपा भी गंभीरता से लेती नहीं हमारी बात छोडो ऐसे शब्दो में शिवसेना नेता एड. अनिल परब ने भाजपा के पूर्व सांसद किरिट सोमय्या पर पलट वार किया. कोरोना संक्रमण की पार्श्वभूमि पर ५ हजार बेड अस्पताल निर्माण मुख्यमंत्री के आदेश पर किया गया था. जिसमें ५ हजार करोड रुपए के घोटाले का दावा पूर्व सांसद किरिट सोमय्या ने किया था.
राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के मुताबिक महानगरपालिका आयुक्त ने ७२ घंटे में निजि बिल्डर्स को ५०० से ७०० करोड रुपए की जमीन ३०० हजार करोड में खरीदी करने के प्रस्ताव को अपनी सहमती दी थी. अस्पताल निर्माण के लिए ७ हजार करोड व जमीन के लिए ३ हजार करोड व इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए २ हजार करोड रुपए मंजूर किए गए. इसमें किसी प्रकार की कानूनी प्रक्रिया पूर्ण नहीं की गई. मंत्रीमंडल की बैठक, स्वास्थ्य अधिकारी तथा पालिका के अन्य अधिकारी व मित्रपक्ष की अनदेखी कर कोरोना टाक्सफोर्स की बैठक में चर्चा की गई.
उसके पश्चात पालिका आयुक्त ने प्रस्ताव मंजूर करने की तैयारी दिखायी. ऐसा आरोप पूर्व सांसद किरिट सोमय्या ने ठाकरे सरकार पर लगाया. साथ ही १२ हजार करोड के अस्पताल घोटाले की लोकपाल द्वारा जांच की जाए ऐसी भी मांग राज्यपाल से की. किरिट सोमय्या के आरोप के पश्चात अस्पताल का प्रस्ताव रोक दिया गया ऐसा पूर्व सांसद किरिट सोमय्या ने कहा. परिवहन मंत्री अनिल परब से जब इस आरोप के संदर्भ में पूछताछ की गई तब उन्होंने किरिट सोमय्या की खिल्ली उडाते हुए कहा कि सोमय्या के पास आरोप करने के अलावा दूसरा कोई भी काम नहीं है.