महाराष्ट्र

जलगांव के तापी नदी पर पुल के लिए 152 करोड रुपए मंजूर

मंत्री गुलाबराव पाटील ने दी जानकारी

  • पीडब्ल्यूडी और जलसंसाधन विभाग मिलकर करेंगे खर्च

मुंबई /दि.4 – जलगांव में तापी नदी पर खेडी-भोकरी और भोकर गांव को जोडने वाले पुल के निर्माण के लिए 152 करोड रुपए निधि को मंजूरी मिल गई है. बुधवार को प्रदेश के जलापूर्ति व स्वच्छता मंत्री तथा जलगांव के पालक मंत्री गुलाबराव पाटील ने मंत्रालय में यह जानकारी दी. पत्रकारों से बातचीत में पाटील ने कहा कि, इस पुल का निर्माण सार्वजनिक निर्माण कार्य विभाग (पीडब्ल्यूडी) करेगा. पुल बनाने के लिए पीडब्ल्यूडी और जलसंसाधन विभाग आधा-आधा खर्च वहन करेंगे. पाटील ने कहा कि, अगले दो महीने में पुल निर्माण के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार की मौजूदगी में भूमिपूजन होगा. उससे पहले पुल निर्माण के लिए टेंडर मंगाया जाएगा.
पाटील ने कहा कि, जलगांव में सबसे बडा 600 मीटर का यह पुल 24 महीने में बनकर तैयार हो जाएगा. तापी नदी पर हर साल अस्थायी पुल बनाने के लिए सरकार 50 लाख रुपए दे रही थी. अभी तक अस्थायी पुल पर सरकार 25 से 30 करोड रुपए खर्च कर चुकी है. तापी नदी पर पुल बनाने के लिए किसानों से एक इंच भी जमीन का अधिग्रहण नहीं करना पडेगा. खेडी-भोकरी और भोकर गांव से चोपडा तहसील केवल 15 किलीमीटर दूर है. तापी नदी पर पुल के अभाव में लोगों को 70 किलो मीटर का सफर करना पडता है. पुल के निर्माण के बाद चोपडा, जलगांव और धरणगांव तहसील के हजारों केला उत्पादक किसानों और सामान्य लोगों को लाभ मिल सकेगा. खेडी, भोकरी, भोदली, किनोद, गोरगावले, गाढोदे, करंज, सावखेडा आदि गांवों के किसानों को आवाजाही में सुविधा होगी. इस पुल के निर्माण से गुजरात और मध्यप्रदेश तक जाने के लिए भी आसानी होगी.
इस दौरान पाटील ने कहा कि, निम्न तापी परियोजना (पाडलसरे बाध) के लिए आगामी बजट में 200 करोड रुपए उपलब्ध होगा. इससे जलगांव के अमलनेर, चोपडा, पारोला, धरणगांव और धुलिया के शिंदखेडा तहसील के लिए खेती और पानी उपलब्ध हो सकेगा. पाटील ने कहा कि, पिछली सरकार में जलसंसाधन मंत्री गिरीश महाराज जलगांव के थे. हमारी अपेक्षा थे कि, वे निधि उपलब्ध कराएंगे. लेकिन पांच साल में केवल सात करोड रुपए मिले थे.
राज्य के जलापूर्ति व स्वच्छता मंत्री पाटील ने कहा कि, वॉटर ग्रिड परियोजना का काम मार्च महीने के बाद औरंगाबाद के लिए 200 करोड रुपए का प्रावधान किया गया है.

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