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* 25% खराब होने का खतरा
मुंबई/दि.21-रक्त की बर्बादी न हो इसको लेकर राज्य रक्त संक्रमण परिषद (एसबीटीसी) समय-समय पर ब्लड बैंकों को दिशा-निर्देश जारी करता रहता है. इसके बावजूद सरकारी ब्लड बैंकों में रक्त का ओवर स्टॉक हो गया है. एक अधिकारी के मुताबिक इस ओवर स्टॉक की वजह से इस महीने में करीब ब्लड की 50 हजार यूनिट बर्बाद होने की कगार पर है. ब्लड की बर्बादी को रोकना एसबीटीसी के लिए एक बड़ी चुनौती बन हुई है. मुंबई में बीते माह जनवरी के अंत तक कुछ निजी संस्थानों, धार्मिक संगठन और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने नेताओं के जन्मदिन के उपलक्ष्य में रक्तदान शिविर का आयोजन किया था. धार्मिक संगठनों के जरिए 39 हजार यूनिट रक्त इकट्ठा किया गया, जबकि ड्रग डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के जरिए 80 हजार यूनिट, एक्त एकत्र किया गया. इसके अलावा छोटे-बड़े रक्तदान गविर भी जनवरी में आयोजित किए गए थे. पूरे महीनेभर 2 लाख 25 हजार यूनिट ब्लड बैंकों में जमा हैं. इनमें से अधिकांश यूनिट रक्त सरकारी ब्लड बैंकों में संकलित गया है, जिससे रक्त का ओवरस्टॉक हो गया है.
*संकलित ब्लड का महज 35 दिन ही करसकते हैं इस्तेमाल :
एसबीटीसी के मुताबिक शिविरों में संकलित ब्लड का इस्तेमाल महज 35 दिन तक किया जा सकता है. अगर समय सीमा में ब्लड का इस्तेमाल नहीं किया गया तो यह एक्सपायर हो जाता है, जिसे किसी मरीज के इस्तेमाल में नहीं लाया जा सकता है.
* पहले भी इतनी हुई बर्बादी:
एसबीटीसी द्वाराआरटीआई में दी गई जानकारी के मुताबिक वर्ष 2013 से लेकर 31 मई 2024 तक संपूर्ण ब्लड सेल और पैक रेड सेल के 59 हजार यूनिट ब्लड बर्बाद हो चुका है.कई बार दिए सख्त निर्देशब्लड की बर्बादी न हो इसके लिए ब्लड बैंकों को उचित नियोजन करने के सख्त निर्देश कई बार दिए जा चुके हैं. वर्ष 2023 में ब्लड की बर्बादी में 48 फीसदी की गिरावट आई है. वर्ष 2018 में 3840 ब्लड यूनिट बर्बाद हुआ था, जो वर्ष 2023 में घटकर 2,001 यूनिट तक पहुंच गया.
-डॉ. महेंद्र केंद्र, सहसंचालक, राज्य रक्त संक्रमण परिषद