महाराष्ट्र

20 लोगों को प्रश्नपत्र बेचकर 1 करोड का कमाने का था प्लान

स्वास्थ्य विभाग के प्रश्नपत्र के लिक होने का मामला

पुणे/दि.10– स्वास्थ्य विभाग के ‘ड’ गट हेतु ली जानेवाली परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक करते हुए उसे केवल 20 लोगों तक पहुंचाने और उनसे 1 करोड रूपये लेकर आपस में 50-50 लाख रूपये बांट लेने का प्लान राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के सहसंचालक महेश बोटले तथा मुख्य प्रशासकीय अधिकारी प्रशांत बडगिरे ने रचा था. किंतु इन दोनों ने जिन लोगों को यह प्रश्नपत्र उपलब्ध कराया, उन्होंने अन्य कई लोगों को यह प्रश्नपत्र वितरित कर दिया. जिसके बाद यह प्रश्नपत्र वॉटसऍप पर वायरल हो गया और पेपर लीक मामले का भंडाफोड हुआ. ऐसा साईबर पुलिस द्वारा अब तक की गई जांच में सामने आया है. स्वास्थ्य विभाग का पेपर लीक होने के मामले में पुलिस ने महेश बोटले व प्रशांत बडगिरे सहित अब तक कुल 12 लोगों को हिरासत में लिया है. जिसमें से सहसंचालक बोटले को अदालत ने 13 दिसंबर तक पुलिस कस्टडी रिमांड में रखने का आदेश दिया. वहीं पुलिस द्वारा बोटले के पास से उसके मोबाईल व लैपटॉप सहित कार्यालयीन कंप्यूटर की हार्ड डिस्क, पेन ड्राईवर व सीसीटीवी स्टोरेज के साथ डीवीआर को जप्त कर लिया गया.
बता दें कि, विगत 24 व 31 अक्तूबर को हुई गट ‘क’ व ‘ड’ पद भरती की लीखित परीक्षा के पेपर समिती का सदस्य रहने के नाते सहसंचालक महेश बोटले ने पेपर अपने कब्जे में रहते समय गट ‘ड’ पद की परीक्षा से पहले ही इसका प्रश्नपत्र मुख्य प्रशासकीय अधिकारी प्रशांत बडगिरे को उपलब्ध करा दिया था. जिसके बदले में परीक्षार्थियों से बडगिरे को मिलनेवाली रकम में से आधी रकम बोटले को मिलनेवाली थी. ऐसे में पुलिस द्वारा अब इस बात की भी जांच की जांच की जा रही है कि, पेपर सेट करनेवाली समिती के अन्य कौन से सदस्य इस मामले में शामिल थे. साथ ही जिस तरह से गट ‘ड’ की परीक्षा का पेपर पहले ही लीक हुआ था, क्या उसी तरह गट ‘क’ का प्रश्नपत्र भी परीक्षा से पहले लीक हुआ था अथवा नहीं. इस बात की जांच भी पुलिस द्वारा की जा रही है.

Related Articles

Back to top button