प्रदेश के 22 नाके एक साथ होंगे बंद
संस्थाओं को मिलेगा हर्जाना

* अमरावती और यवतमाल जिले में है सीमांत पोस्ट
यवतमाल/ दि. 12- परिवहन के नियमों का पालन, रोड टैक्स की वसूली, वाहनों की आवाजाही पर निगरानी आदि कारणों हेतु 59 साल पहले स्थापित प्रदेश के 22 सीमा चौकियां परिवहन विभाग बंद करने जा रहा है. चौकियां बंद करने की वजह से होनेवाले नुकसान की भरपाई हेतु 504 करोड का भुगतान किया जायेगा. पश्चिम विदर्भ में अमरावती और यवतमाल जिले में इस प्रकार की चौकियां मौजूद है. जिन्हें आगामी कुछ दिनों में बंद करने की घोषणा स्वयं परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने की है.
1966 में स्थापित हुई थी
चौकियों की स्थापना 1966 में हुई थी. करीब 8 साल पहले लागू जीएसटी अधिनियम और डिजीटल क्रियान्वयन की प्रगति के कारण यह चौकियां अब गैर जरूरी होने की बात देश को सडक परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कही थी. गडकरी ने चेक पोस्ट बंद करने के निर्देश दिए थे. मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने भी इसी प्रकार के निर्देश दिए. प्रशासकीय त्रृटि दूर कर सीएम को रिपोर्ट भेजी गई है. जिससे चेक पोस्ट बंद होनेवाली है.
* इन जिलों में चेक पोस्ट
ठाणे, सिंधुदुर्ग, नाशिक, धुले, जलगांव, अमरावती, नागपुर, गोंदिया, चंद्रपुर, नांदेड, लातूर, कोल्हापुर, यवतमाल, सोलापुर आदि जिलों में 22 चेकपोस्ट रहने की जानकारी दी गई.
* इलेक्ट्रानिक देखरेख
परिवहन आयुक्त की अध्यक्षता में गठित समिति ने चेक पोस्ट बंद का निर्णय लेने से पहले परिणाम और परिणामकारकता का अध्ययन किया. ऑनीलाइन प्रणाली और इलेक्ट्रॉनिक देखरेख से प्रत्यक्ष जांच की आवश्यकता प्रभावी ढंग से बदली जा सकती है. गलत बातें रोकी जा सकती है. कार्यक्षमता बढ सकती है आदि निष्कर्ष के बाद चेक पोस्ट बंद का निर्ण किया गया.