महाराष्ट्र

घरेलू कामगारों के कल्याण हेतु 250 करोड की निधी

राज्यमंत्री बच्चु कडू के प्रयास हुए सफल

  • बजट में किया गया निधी का प्रावधान

मुंबई/दि.9 – राज्य के असंघटित क्षेत्रों में कार्यरत घरेलू कामगारों को समाज के मुख्य प्रवाह में लाया जा रहा है. जिसके लिए राज्य के कामगार राज्यमंत्री ओमप्रकाश उर्फ बच्चु कडू द्वारा किये गये प्रयासों के चलते राज्य के इतिहास में पहली बार घरेलू कामगारों हेतु चलायी जानेवाली योजनाओं के लिए करीब 250 करोड रूपयों का प्रावधान राज्य सरकार के बजट में किया गया.
उल्लेखनीय है कि, घरेलू कामगारों में मुख्य रूप से महिलाओं का समावेश होता है. जिन्हें बेहद अत्यल्प वेतन मिलता है. इस वेतन में बडी मुश्किल से परिवार का भरनपोषण होता है. ऐसे में बच्चों की पढाई-लिखाई और बीमार होने पर इलाज के लिए पैसा नहीं बचता. इस बात को ध्यान में रखते हुए कामगार राज्यमंत्री बच्चु कडू ने पदभार स्वीकार करते ही सबसे पहले असंघटित क्षेत्र के कामगारों की समस्याओं पर ध्यान देना शुरू किया और विगत अनेक वर्षों से घरेलू कामगारों हेतु कागजों पर रहनेवाली योजनाओं को प्रत्यक्ष में साकार करने का काम शुरू किया. इसे लेकर विगत 16 दिसंबर को राज्यमंत्री बच्चु कडू ने कामगार कल्याण मंडल के विकास आयुक्त तथा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये. जिसके चलते बजट में 250 करोड रूपयों की निधी कामगार कल्याण मंडल के लिए उपलब्ध करायी गयी. ऐसे में अब घरेलू कामगारों को इस योजना का लाभ देने हेतु उनका पंजीयन किया जा रहा है और उन्हें मृत्यु अथवा अपंगत्व की स्थिति में बीमा लाभ दिया जायेगा. साथ ही शिक्षा सहयोग योजना अंतर्गत कक्षा 9 वीं से 12 वीं तथा आयटीआय करनेवाले कामगारों के बच्चों को हर तिमाही में मदद दी जायेगी. इसके अलावा 60 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके घरेलू कामगारों को पेन्शन, प्रधानमंत्री सुरक्षा तथा प्रधानमंत्री जीवन ज्योती बीमा का लाभ दिया जायेगा. साथ ही 18 से 40 वर्ष आयुगुटवाले युवकों को प्रधानमंत्री श्रमजीवी मानधन योजना के तहत प्रति माह मानधन दिया जायेगा.

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