महाराष्ट्र में 30 लाख दिव्यांग, केवल 9.44 लाख के पास ही यूडीआईडी कार्ड
20.50 लाख दिव्यांगों को नीहं मिल रहा सरकारी योजनाओं का लाभ
मुंबई/दि.29- महाराष्ट्र में 2011 की जनगणना के अनुसार 29 लाख 63 हजार 392 दिव्यांग हैं. अभी तक 9 लाख 44 हजार 820 दिव्यांगों के पास ही विशिष्ट पहचान पत्र (यूडीआईडी) उपलब्ध है. प्रदेश भर में सबसे अधिक पुणे में 62 हजार 249 और ठाणे में 60 हजार 398 दिव्यांगों ने यूडीआईडी बनवाया है.
यूडीआईडी के जरिए दिव्यांगों को सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में आसानी होती है. राज्य सरकार के दिव्यांग कल्याण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि यूडीआईडी कार्ड नहीं होने के कारण दिव्यांगों को कई योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है. दिव्यांगों द्वारा अभियान के तहत हर जिले में शिविर आयोजित किए जाएंगे. जिसमें अधिक से अधिक यूडीआईडी बनाने का लक्ष्य रखा गया है. दिव्यांगों की वास्तविक स्थिति का पता लगाने के लिए राज्य में एक सर्वे कराने की योजना पर भी विचार किया जा रहा है.
* ऑनलाइन करना होता है आवेदन
यूडीआईडी बनवाने के लिए केंद्र सरकार की स्वावलंबन कार्ड की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना होता है. यूडीआईडी पर दिव्यांग की फोटो, नाम, यूडीआईडी नंबर, दिव्यांगता का प्रकार और प्रतिशत, जन्म तारीख अंकित होती है. यूडीआईडी पर लगे बारकोड के स्कैन करने पर संबंधित दिव्यांग का नाम, आधार कार्ड नंबर सहित पूरी जानकारी ऑनलाईन मिल जाती है.
* राज्य में यूडीआईडी की स्थिति
-प्राप्त आवेदन – 14,49,510
-वितरित – 9,44,820
-नामंजूर आवेदन -2,53,716
-लंबित आवेदन – 2,50,974
राज्य के सभी दिव्यांगों को अगले छह महीने में यूडीआईडी बनवाने का लक्ष्य रखा गया था. इसके लिए हर जिले में शिविर लगाए जाएंगे. इसके लिए व्यापक अभियान भी चलाया जाएगा.
– बच्चू कडू, दर्जा प्राप्त कैबिनेट मंत्री
जिला यूडीआईडी धारक
नागपुर 35,735
अकोला 27,561
अमरावती 42,181
बुलढाणा 46,046
औरंगाबाद 23,059
बीड़ 24,098
अहमदनगर 35,317
मुंबई शहर 31,558