महाराष्ट्र

सौर ऊर्जा पर चलेंगे 30 फीसदी कृषि पंप

किसानों को दिन में बिजली उपलब्ध कराना चाहती है सरकार ः फडणवीस

मुंबई./दि.14- उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि अघले एक साल में कम से कम 30 प्रतिशत किसानों के कृषि पंपों को विकेंद्रित सौर ऊर्जा से संचालित किया जाएगा. इससे प्रदेश के किसानों को दिन के समय में खेती के लिए बिजली उपलब्ध हो सकेगी. इस योजना के प्रारुप को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा.
उपमुख्यमंत्री ने बुधवार को मुख्यमंत्री सौर कृषि वाहिनी योजना की समीक्षा बैठक की. बैठक में भाजपा विधायक तथा पूर्व ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले सहित विभिन्न विभागों के सचिव उपस्थित थे.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री शिंदे ने किसानों को खेती के लिए दिन में बिजली उपलब्ध करने की इच्छा व्यक्त की है.

देवेन्द्र सरकार में शुरु हुई थी योजना
पूर्व की भाजपा सरकार के दौरान वर्ष 2018 में मुख्यमंत्री सौर कृषि वाहिनी योजना शुरु की गई थी. इसके तहत कृषि पंपों को विकेंद्रित सौर ऊर्जा पर चलाने का लक्ष्य था. 4500 मेगावाट सौर ऊर्जा पैदा करने का उद्देश्य रखा गया था. उस समय पायलट प्रोजक्ट के रुप में 200 मेगावाट सौर ऊर्जा निर्माण शुरु किया गया था. लेकिन महाविकास आघाड़ी सरकार में यह योजना रुक गई थी. अब सरकार ने इस योजना को दोबारा गति देने का फैसला लिया है.
* लंबित है सवा लाख किसानों के आवेदन – उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में वर्ष 2019 से लगभग सवा लाख किसानों का कृषि पंप उपलब्ध कराने का आवेदन प्रलंबित है. किसानों ने कृषि पंपों के लिए भुगतान कर दिया है. अब ऐसे किसानों को अगले छह महीनों में राज्य सरकार और केंद्र सरकार की कुसुम योजना के तहत सौर ऊर्जा पंप उपलब्ध कराए जाएंगे.

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