नागपुर/दि.26-नागपुर विभाग में 1 अप्रैल से 28 फरवरी इस सालभर की अवधि में अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार प्रतिबंधक कानून अंतर्गत 334 मामले दर्ज होकर इनमें हत्या, दुष्कर्म, विनयभंग, जातिवाचक गालीगलौज आदि का समावेश है. पुलिस विभाग द्वारा जांच कर संबंधित आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इनमें से 257 मामले कोर्ट में लंबित है. गुरुवार को हुई विभागीय दक्षता व संनियंत्रण समिति की बैठक में यह जानकारी दी गई. विभागीय आयुक्त कार्यालय में विभागीय दक्षता व नियंत्रण समिति की बैठक संभागीय आयुक्त विजयलक्ष्मी बिदरी की अध्यक्षता में ली गई थी. बैठक में जिलारीधिका डॉ.विपिन इटनकर, जिला पुलिस अधीक्षक हर्ष पोद्दार, पुलिस उपायुक्त गोयल, जिला सरकारी अभियोक्ता श्याम कुले, बी.बी.नेमाने, प्रशांत सागरे, समाज कल्याण विभाग के प्रादेशिक उपायुक्त व सदस्य सचिव डॉ.सिद्धार्थ गायकवाड, सहायक आयुक्त सुकेशिनी तेलगोटे तथा ऑनलाइन प्रणाली द्वारा विभाग के सभी जिलाधिकारी, जिला पुलिस अधीक्षक उपस्थित थे. अनुसूचित जाती व जनजाति अत्याचार प्रतिबंधक अधिनियम अंतर्गत हुई प्रत्येक घटना की जानकारी लेकर इसके अनुसार तुरंत जांच पूरी करने प्राधान्य दिया जाए. विविध स्तर के पीडित व्यक्ति को तुरंत सहायता देने के निर्देश संभागीय आयुक्त विजयलक्ष्मी बिदरी ने बैठक में दी.