‘एसटी’ का 3360 एकड वाला भूखंड विकासकों के लिए
परिवहन मंत्री की ‘नरेडको नेक्स्ट जन कॉन्क्लेव’ में घोषणा
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मुंबई /दि. 14– महाराष्ट्र राज्य रास्ते महामंडल (एमएसआरटीसी) यानी एसटी के अख्तियार में रहनेवाले 3360 एकड वाले भूखंड को पूरी तरह विकसित किया जाएगा. जिसके लिए लैंड डेवलपर्स ने आगे आना चाहिए. साथ ही ग्रामीण, तहसील व जिला स्तर पर प्रत्येक आगार को जलद गति से विकसित किया जाएगा. इस पूरे विकास हेतु आगामी कुछ दिनों में 150 से 160 निविदाएं जारी की जाएंगी, इस आशय की घोषणा राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने नेशनल रियल इस्टेट डेवलपमेंट काऊंसील (नरेडकों) नेक्स्ट जनरेशन कॉन्क्लेव में की.
परिवहन मंत्री सरनाईक ने बताया कि, महामंडल के आगारों को विकसित करने हेतु राज्य सरकार ने प्रसिद्ध वास्तु रचनाकार हाफिज कॉन्ट्रक्टर की नियुक्ति की है. जिनके द्वारा इस विषय को लेकर प्रेझेंटेशन किया जाएगा. साथ ही भूखंड विकसित करने हेतु महामंडल को नियोजन प्राधिकरण के अधिकार दिए जाएंगे. जिसके चलते सभी अनुमतियां एक ही छत के नीचे उपलब्ध होंगी.
* महारेरा के चलते डेवलपर्स को लेकर गलतफहमियां दूर
इस समय नरेडकों के अध्यक्ष डॉ. निरंजन हिरानंदानी ने बताया कि, महाराष्ट्र की स्थावर संपदा प्राधिकरण यानी महारेरा की स्थापना होने के बाद लैंड डेवलपर्स को लेकर रहनेवाली गलतफहमियां दूर हो गई है. इससे पहले कुछ मुठ्ठीभर लोगों की वजह से सभी भू-विकासक बदनाम हो गए थे तथा यह धारणा बन गई थी कि, भू-विकासकों द्वारा जानबुझकर समय पर घरों का कब्जा नहीं दिया जाता है. परंतु इसके पीछे कई कारण होते है. महारेरा की स्थापना के बाद पारदर्शकता व जिम्मेदारी का एहसास निर्माण होने पर प्रॉपर्टी के खरीददारों में भी विश्वास पैदा हुआ है.