मुंबई/दि.१० – अन्न व औषधि प्रशासन व्दारा राज्य में शहर की गुणवत्ता की जांच हेतु अभियान चलाया गया. इसमें शहद की विविध उत्पादक कंपनियों के उत्पादक, विक्रेता व वितरकों के पास से 86 नमूने विश्लेषण हेतु लिये गये थे. वहीं तीन स्थानों पर शहद के दर्जे बाबत संशय होने पर 3 हजार 480 किलो का 36 लाख 19 हजार 319 रुपए कीमत के शहद का संचयन जप्त किया गया.
विश्लेषण के लिये लिये गये शहद के नमुने की एनएमाआर जांच के आधार पर शक्कर का विश्लेषण किये जाने पर अनेक नामांकित ब्रॅण्ड के शहद में शक्कर की मिलावट व शहर के नैसर्गिक घटकों में कृत्रिम पध्दति से फेरफार किये जाने की बात सामने आयी.
इस प्रकार के शहद के सेवन से मानवी स्वास्थ्य पर दुष्परिणाम हो सकता है. अन्न व औषधि प्रशासन व्दारा विश्लेषण हेतु लिये गये52 शहद के नमुनों की विश्लेषण रिपोर्ट प्राप्त होने के साथ ही झंडु, डाबर, पतंजलि, सफोला, उत्तराखंड हनी, बैद्यनाथ, डिलीव, अपीस हिमालया, हमदर्द नेचरल ब्लॉसम, श्री श्री तत्व वैद्यनाथ, व्टिग्ज, चोवीस मंत्रा ऑरगॅनिक, मधुपुष्प,मधुबन, लुज, फोंडाघाट, रिलायन्स हेल्दी लाईफ, अंडर द मँगो ट्री, रसना, ऑरगॅनिक सर्टीफाईड हनी, हिमालया इन ब्राँड के शहद के नमूने कम दर्ज के पाये गये हैं.
इस मामले में विक्रेता, वितरक, उत्पादकों के खिलाफ अन्न सुरक्षा व मानके कानून अंतर्गत आगे की कार्रवाई की जा रही है. यह जानकारी अन्न व औषधी प्रशासन व्दारा दी गई है.