40 हजार आदिवासियों को अभी भी खावटी कीट की प्रतीक्षा
कोरोना नियंत्रण में आने के बाद भी नहीं किया वितरण
नाशिक./ दि. 7-कोरोना नियंत्रण में आने पर राज्य में सभी प्रतिबंध हटा दिये गये है. फिर भी राज्य के 40 हजार आदिवासी परिवारों को खावटी कीट का वितरण नहीं किया गया है. आदिवासी परिवारों को अब भी खावटी कीट की प्रतीक्षा है. अब तक 10 लाख 58 हजार 662 आदिवासी परिवारों को खावटी कीट का लाभ प्राप्त हुआ है. जिसमें अब भी कुछ प्रकल्प कार्यालयों से खावटी कीट की मांग की जा रही है. मांग के अनुसार कीट की पूर्तता की जाती है. खावटी योजना अंतर्गत दी जानेवाली आर्थिक रकम आदिवासियों के खातों में सीधे जमा कर दी जाती है.
कोरोना संकट काल में आदिवासी मजदूरों पर भूखे रहने की नौबत न आए इस उद्देश्य को लेकर खावटी योजना पुन: शुरू की गई थी. योजना अंतर्गत लाभार्थियों को 2हजार रूपये नगद व किराणा कीट देने का निर्णय शासन द्बारा साल 2020 में लिया गया था. जिसमें राज्य के 10 लाख 92 हजार 662 आदिवासी परिवारों का चयन किया गया था. योजना की घोषणा होने के पश्चात अमल होने में काफी समय बीत गया. 2021 में आदिवासियों के पैसे जमा होने की शुरूआत हुई. अब तक 10 लाख 58 हजार 662 परिवारों तक खावटी कीट पहुंच चुकी है. किंतु अब भी 40 हजार आदिवासी परिवारों को कीट की प्रतीक्षा है.
* विधायको की शिकायत के बाद कीट वितरण का निर्णय
खावटी कीट को लेकर कुछ विधायको द्बारा शिकायत करने के पश्चात उनके निर्वाचन क्षेत्र में कीट वितरण का निर्णय लिया गया था. अब सभी शिकायतों का निराकरण होने के पश्चात सभी को कीट वितरण की जा रही है.
* 224 करोड मंजूर
खावटी योजना अंतर्गत किराणा कीट के लिए आदिवासी विकास विभाग द्बारा 224 करोड रूपये की निधि मंजूर की गई है और महामंडलों को दे दी गई है. कीट को लेकर बीच में कुछ शिकायते संबंधितों द्बारा की गई थी. जिसमें लाभार्थियों को कीट बदलकर देने की जानकारी संबंधित विभाग द्बारा दी गई है.