* 97 लाख रुपए जमा करने का प्रयास विफल
हिंगणघाट/दि.10– स्थानीय पंजाब नेशनल बैंक में फर्जी धनादेश प्रस्तुत कर एक खाते से 48 लाख 21 हजार रुपए निकाले रहने का मामला उजागर हुआ है. बैंक व्यवस्थापक की शिकायत पर पुलिस ने कारंजा चौक के अनूप कोठारी और एक अन्य संदिग्ध पर मामला दर्ज किया है.
जानकारी के मुताबिक कनक ज्वेलर्स के संचालक अनूप कोठारी ने 6 अगस्त को पंजाब नेशनल बैंक में आकर वृंदावन नगर पालिका का 48 लाख 21 हजार का धनादेश क्रमांक 175606 खुद के बैंक खाते में जमा किया. बडी रकम रहने से बैंक अधिकारियों ने वृंदावन नगर पालिका के अकाऊंट पर रहे मोबाइल नंबर पर संपर्क किया और उन्होंने ज्वेलर्स की दुकान के नाम चेक दिए रहनेबाबत पूछताछ की. पश्चात इस धनादेश की रकम कनक ज्वेलर्स के खाते में जमा की गई. यह रकम जमा होने के बाद कोठारी ने 48 लाख रुपए आरटीजीएस के माध्यम से दूसरे खाते में ट्रान्सफर कर दिए. एक माह बाद शुक्रवार 6 सितंबर को अनूप कोठारी वापस बैंक पहुंचे. उन्होंने इस बार वृंदावन नगर पालिका का ही 97 लाख 52 हजार रुपए का धनादेश क्रमांक 435447 बैंक में अपने खाते में जमा करने के लिए दिया. लेकिन बैंक मैनेजर को इस धनादेश बाबत संदेह हुआ. इस कारण उन्होंने वृंदावन नगर पालिका के अकाऊंट वाले पश्चिम बंगाल के पंजाब नेशनल बैंक को मेल कर पूछताछ की. तब इस नंबर का कोई भी धनादेश बैंक से जारी न होने की जानकारी दी गई. इस आधार पर यह धनादेश फर्जी रहने का पता चला. कनक ज्वेलर्स के संचालक अनूप कोठारी और संबंधित मोबाइल इस्तेमाल करनेवाले अज्ञात व्यक्ति ने मिलीभगत कर फर्जी धनादेश तैयार किया और 48 लाख 21 हजार रुपए की बैंक के साथ जालसाजी की रहने की शिकायत पंजाब नेशनल बैंक के व्यवस्थापक मनीष जिगरोल ने हिंगणघाट थाने में दर्ज की है.
* जांच आर्थिक अपराध शाखा के पास
पंजाब नेशनल बैंक का फर्जी धनादेश तैयार करने और वृंदावन नगर पालिका के बैंक खाते के मोबाइल नंबर पर किसी दूसरे ही अज्ञात व्यक्ति द्वारा बातचीत करने तथा धनादेश के हस्ताक्षर जुडना यह संपूर्ण घटना संदेहास्पद है. इसके पीछे बडा रैकेट सक्रिय रहने का संदेह है. आर्थिक अपराध शाखा इस मामले की जांच करेंगी, ऐसा पुलिस की तरफ से कहा गया है.