महाराष्ट्र

देशमुख, परमबीर समेत 5 लोगों को चांदीवाल समिति का नोटिस

11 जून तक शपथपत्र के साथ मांगे दस्तावेज

मुंबई/दि.24 – प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए गठित एक सदस्यीय चांदीवाल समिति ने मामले में देशमुख और मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह समेत 5 लोगों को नोटिस भेजे हैं. इन सभी को आगामी 11 जून तक शपथपत्र और मामले से जुडे दस्तावेज समिति को देने को कहा गया है. सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर देशमुख पर पुलिस अधिकारियों के जरिए मुंबई के रेस्टॉरेंट और बार से हर महीने 100 करोड रुपए वसूलने का आरोप लगाया था. जिसके बाद सरकार ने 30 मार्च को मामले की जांच के लिए हाईकोर्ट से सेवानिवृत्त न्यायाधीश कैलास चांदीवाल की एक सदस्यीय समिति गठित की थी. सरकार ने इस समिति को 3 मई को न्यायालयीन आयोग का अधिकार दिया था.
चांदीवाल समिति ने मामले में देशमुख, सिंह के साथ एसीपी संजय पाटील, देशमुख के निजी सचिव रहे संजीव पलांडे और बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाझे को नोटिस भेजे हैं. इन सभी को 11 जून तक शपथपत्र के साथ आरोपों और सफाई से जुडे दस्तावेज आयोग को सौंपने को कहा गया है. भेजे गए कागजात की छानबीन के बाद आगे सभी को समिति के सामने पूछताछ के लिए बुलाने को लेकर फैसला किया जाएगा.

पुराने सचिवालय में दी गई समिति को जगह

चांदीवाल समिति को मंत्रालय के पास स्थित पुराने सचिवालय में जगह दी गई है. दस्तावेजों और बयानों के आधार पर समिति यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि, सिंह द्बारा देशमुख के खिलाफ लगाए गए आरोपों में तथ्य है या नहीं. बता दें कि एंटीलिया के बाहर विस्फोटक लदी कार बरामद होने और कारोबारी मनसुख हिरन हत्या मामले में तत्कालीन पुलिस अधिकारी सचिन वाझे की गिरफ्तारी के बाद परमबीर सिंह का मुंबई पुलिस आयुक्त पद से तबादला कर दिया गया था. तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा था कि, सिंह से गंभीर गलतियां हुई हैं, उनके चलते तबादला किया गया. इसके बाद सिंह ने मुख्यमंत्री ठाकरे को पत्र लिखकर देशमुख पर मुंबई के रेस्टॉरेंट और बार से वाझे और दूसरे पुलिस अधिकारियों के जरिए हर महीने 100 करोड रुपए वसूलने का आरोप लगाया था.

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