मुंबई/दि.3- आयकर विभाग ने हाल ही में पुणे के डेयरी उद्योग से जुडे समूह और मुंबई के एसआरए परियोजना से जुडे बिल्डर के ठिकानों पर छापेमारी कर 500 करोड रुपए से ज्यादा काली कमाई का खुलासा किया है. आयकर विभाग के मुताबिक पुणे के इस समूह से जुडे छह शहरों के 30 ठिकानों पर 25 नवंबर को छापेमारी की गई थी. इस दौरान कर चोरी का खुलास करने वाले कई दस्तावेज मिले. छापेमारी के दौरान 400 करोड रुपए के कालेधन का खुलास हुआ है. इसके अलावा आयकर विभाग ने ढाई करोड की नकदी और जेवर भी बरामद किए है. इसके अलावा अभी कुछ बैंक लाकरों की छानबीन की जानी है. जांच में आयकर विभाग ने पाया कि जानबूझकर लेन-देन का सही हिसाब नहीं रखा गया और भारी मात्रा में लेन-देन नगद रुप में किया गया. इसके अलावा पशुओं की मौत और बिक्री में घाटा दिखाकर भी कर चोरी की गई.
* बिल्डर के यहां छापेमारी में 6 करोड रुपए नकद मिले
आयकर विभाग ने झापेपडट्टी पुर्नवसन परियोजना से जुडे मुंबई के एक बिल्डर के ठिकानों पर भी 25 नवंबर को ही छापेमारी की थी. मुंबई और नवी मुंबई के 30 ठिकानों पर छापे के दौरान आयकर विभाग ने 100 करोड रुपए के कालेधन की जानकारी हासिल की है. दस्तावेजों और डिजिटल सबूतों के आधार पर जानकारी मिली की समूह ने फ्लैट बेचने के दौरान 100 करोड रुपए का नकद लेन-देन किया है. यह रकम वित्तीय लेखा जोखा में नहीं दिखाई गई थी. जांच में आयकर विभाग ने पाया कि बिल्डर ने लोगों को झापेडे खाली करने के लिए नकद तो दी है साथ ही झोपडे जबरन खाली करवाने के लिए भी लोगों को पैसे दिए गए है. एसआरए पिरयोजना में भी गडबडी के कई सबूत आयकर विभाग को मिले है. छापेमारी के दौरान छह करोड रुपए नकद भी बदामद किए गए है.