56 फीसदी अभिभावकों ने कहा कोविड के बाद 30 फीसदी से ज्यादा बढ़ी स्कूल फीस
सरकार नहीं लगा पा रही रोक इसलिए नाराजगी
मुंबई/दि.26– कोविड के बाद पिछले दो वर्षों में राज्य के स्कूलों की फीस 10 से 50 फीसदी तक बढ़ गई है. एक सर्वे में यह खुलासा हुआ है. 94 फीसदी अभिभावकों ने यह भी स्वीकार किया है कि, स्कूलों द्वारा मनमाने तरीके से की गई फीस बढ़ोतरी को सरकार रोक पाने में नाकाम रही है. अभिभावकों के बीच किए गए सर्वे से जो आंकडे सामने आए उसके मुताबिक 10 फीसद अभिभावकों ने तो स्कूल फीस 50 फीसदी से ज्यादा बढ़ने की बात स्वीकार की है जबकि 46 फीसदी अभिभावकों ने फीस 30 से 50 जबकि 19 फीसदी ने फीस 20 से 30 फीसदी बढ़ने की जानकारी दी. सर्वे में शामिल 15 फीसदी अभिभावकों के मुताबिक उनके बच्चों की स्कूल की फीस पिछले दो वर्षों में 10 से 20 फीसदी बढ़ी जबकि 10 फीसदी अभिभावकों ने स्कूल फीस 10 फीसदी तक ही बढ़ने की जानकारी दी.
सर्वे के मुताबिक एक भी स्कूल ऐसा नहीं है जिसने पिछले दो वर्षों में फीस न बढ़ाई हो या फीसकम की हो. अभिभावकों से यह सवाल पूछा गया कि क्या सरकार स्कूल फीस में मनमानी बढ़ोतरी रोक पाने में सफल है या नहीं तो सिर्फ 4 फीसदी अभिभावकों ने माना कि सरकार स्कूल फीस को मनमाने तरीके से बढ़ने से रोकने में सफल रही है. 28 फीसदी अभिभावकों ने कहा कि उन्होंने फीस बढ़ोतरी को लेकर आवाज उठाई लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. 9 फीसदी अभिभावकों ने इस पर कोई राय नहीं दी जबकि 2 फीसदी ने कहा कि स्कूल फीस बढ़ने से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता. हैरानी की बात यह है कि 57 फीसदी अभिभावकों ने कहा कि उन्होंने फीस बढ़ोतरी का कोई विरोध नहीं किया और बढ़ी हुई फीस चुका दी.