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11 दिन में उष्माघात से हुई 6 मौतें

25 उष्माघात संदेहितों की भी जान गई

* अगले आठ दिन रह सकता है उष्माघात का खतरा
मुंबई/दि.23– विगत वर्ष की तुलना में इस बार धूप और गर्मी का प्रमाण काफी अधिक रहा. राज्य के कई क्षेत्रों में तापमान 40 से 41 डिग्री सेल्सियस से उपर रहा और कई क्षेत्रों में तो तापमान ने 45 से 46 डिग्री सेल्सियस के स्तर को भी पार किया. मई माह के प्रारंभ में 10 मई तक हवाओं की रफ्तार अधिक नहीं रहने के चलते राज्य में लू और उष्माघात का कोई विशेष प्रभाव नहीं था, लेकिन 11 मई से 21 मई के दौरान राज्य में तीव्र ग्रीष्मलहर रही और इस दौरान 6 लोगों की उष्माघात के चलते मौत हुई. साथ ही उष्माघात से पीडित रहनेवाले 25 संदेहितों की भी इस दौरान जान गई.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक तेज धूप व गर्मी के साथ ही हवाओं की रफ्तार बढने पर उष्माघात का प्रमाण बढ जाता है. जिसकी चपेट में आनेवाले व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पडता है और कई बार उष्माघात से पीडित व्यक्ति की मौत भी हो जाती है. अनुमान के मुताबिक मई माह के अंतिम आठ-दस दिन भी काफी गर्म रह सकते है. इस समय हवाएं 29 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही है. जिसकी वजह से अब भी लू के थपेडे महसूस हो रहे है और उष्माघात होने का पूरा खतरा बना हुआ है. ऐसे में अगले आठ-दस दिनों तक सभी लोगों ने अपने स्वास्थ्य को लेकर काफी हद तक सावधानियां बरतनी चाहिए और धूप में जाते समय खुद के बचाव हेतु आवश्यक उपाय करने चाहिए.

* राज्य के 17 शहरों में अधिकतम तापमान का स्तर घटा
उल्लेखनीय है कि, इस समय राज्य के कई शहरों में मान्सूनपूर्व बारिश ने हाजरी लगाई है. वहीं कई स्थानों पर तेज आंधी-तूफान का दौर चल रहा है. जिसके चलते राज्य का औसत अधिकतम तापमान काफी हद तक घट गया है. हालांकि इसमें विदर्भ क्षेत्र सहित नासिक जिले के मालेगांव को अपवाद कहा जा सकता है. जहां पर तेज धूप और गर्मी की दाहकता अब भी बनी हुई है.

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