नागपुर /दि.27– देशभर में वर्ष 2021 से करीब 71 बाघों की अनैसर्गिक कारणों के चलते मौत हुई है. बाघों के शिकर व अवयवों की जब्ति के आधार पर यह संख्या सामने आयी है. जिसकी जानकारी केंद्रीय पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा संसद में दी गई. बाघों की अप्राकृतिक मौत की संख्या मध्यप्रदेश में सर्वाधिक है. वहीं इस मामले में महाराष्ट्र दूसरे व कर्नाटक तीसरे स्थान पर है.
केंद्रीय पर्यावरण, वन, एवं, जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह द्वारा बाघों की अप्राकृतिक मौतों को लेकर संसद में पेश की गई. इस संख्या को देखते हुए कहा जा सकता है कि, यद्यपि देश में बाघों की संख्या बढी है. लेकिन इसके बावजूद बाघों की सुरक्षा का मुद्दा गंभीर बना हुआ है. वर्ष 2021 से अब तक मध्यप्रदेश में सर्वाधिक 20 तथा महाराष्ट्र में 15 व कर्नाटक में 4 बाघों की मौत अनैसर्गिक कारणों के चलते हुई है. वहीं पूरे देश में वर्ष 2021 में 20 वर्ष 2022 में 25, वर्ष 2023 में 25 तथा वर्ष 2024 में एक बाघ की मौत अनैसर्गिक कारणों के चलते होने की जनकारी सामने आयी है. हालांकि अनैसर्गिक कारणों के चलते होने वाली बाघों की मृत्यु संख्या हकीकत में इससे कही अधिक रहने की संभावना जतायी जा रही है.
* 3 राज्यों में वर्षनिहाय बाघों की संख्या
वर्ष मध्यप्रदेश महाराष्ट्र कर्नाटक
2021 42 26 13
2022 24 28 19
2023 43 46 10
2024 49 19 10
* देशभर में वर्ष निहाय बाघों की मृत्यु संखा
वर्ष बाघ मृत्यु
2021 127
2022 122
2023 182
2024 109