चंद्रपुर/दि.31– ताडोबा अंधारी बाघ परियोजना के अंतर्गत मोहर्ली वन क्षेत्र के कोंडेगांव बिट मुधोली में स्थित कंपार्टमेंट नंबर 959 क्षेत्र में बुधवार 30 अक्टूबर की दोपहर 1.30 बजे एक वृद्ध व्यक्ति पर बाघ के हमले से मौत होने की घटना सामने आयी. विस्तृत जानकारी के अनुसार, मृतक व्यक्ति का नाम श्रीराम मारुती मडावी है, जो कोंडेगांव का निवासी है और उनकी उम्र 75 वर्ष है. वे बकरी के लिए चारा लाने जंगल में गए थे, तभी अचानक बाघ ने उन पर हमला कर दिया और उन्हें वहीं मार दिया. वनविभाग के कर्मचारियों के अनुसार बाघ ने उनके शरीर का आधा भाग खा लिया, और मृतक के पास बाघ के पदचिन्ह भी मिले हैं. श्रीराम सुबह 7 बजे चारा लाने के लिए निकले थे, लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी घर वापस नहीं लौटे, जिसके बाद वन कर्मचारी और पीआरटी टीम ने उनका खोजबीन शुरू की और कुछ समय बाद मृत अवस्था में उन्हें पाया गया.
इस घटना की जानकारी मिलते ही मोहर्ली वन पारिक्षेत्र के अधिकारी संतोष थिपे घटनास्थल पर पहुंचे और मृतक के परिवार को तात्कालिक सहायता के रूप में वन विभाग की ओर से 50,000 रुपये की राशि दी गई. साथ ही, ग्रामवासियों को जंगल में जाने से मना किया गया है. इससे पहले भी वन कर्मचारियों ने ग्रामीणों को चेतावनी दी थी, लेकिन वे उनकी बात को गंभीरता से नहीं लिया गया और इसी कारण अपने अमूल्य जीवन का नुकसान उठाना पड़ता हैं. यह क्षेत्र जंगल से सटा होने के कारण यहाँ हमेशा वन्य जीवों का आना-जाना लगा रहता है, और इस क्षेत्र में पीटीआर टीम लगातार गश्त करती रहती है तथा लोगों को सतर्क करती रहती है. लेकिन लोग उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लेते हैं, और फिर इस तरह बाघ के हमले होते हैं. ऐसे में बाघ को ही गलत ठहराया जाता है.