गलती से दबे ट्रीगर के कारण 8 राऊंड हुए फायर, जवान की मौत
न्यायाधीश का सुरक्षा रक्षक था मृतक
* गढचिरोली न्यायालय परिसर की घटना
गढचिरोली /दि. 12– प्रमुख जिला व सत्र न्यायाधीश वसंत कुलकर्णी के सुरक्षा जत्थे के वाहनों के एक जवान से गलती से एके-47 का ट्रीगर दब गया. इस कारण एक के बाद एक ऐसे 8 राऊंड फायर होने से न्यायालय परिसर गूंज उठा. इस घटना में जवान को तीन गोली लगने से उसकी मृत्यु हो गई. 11 दिसंबर को दोपहर 3 बजे जिला न्यायालय परिसर में यह सनसनीखेज घटना घटित हुई.
जानकारी के मुताबिक मृतक जवान का नाम गढचिरोली जिले के मोहटोला निवासी उमाजी केवटराम होली (46) है. मृतक जवान जिला पुलिस दल के मुख्यालय में कार्यरत था. अति संवेदनशील जिला रहने से गढचिरोली के प्रमुख जिला व सत्र न्यायाधीश को वाय सुरक्षा लागू है. उसके वाहन के साथ स्कॉर्टींग के लिए चार जवान साथ में रहते है. हमेशा की तरह 11 दिसंबर को प्रमुख जिला व सत्र न्यायाधीश वसंत कुलकर्णी दोपहर 2 बजे न्यायालय से खाना खाने के लिए शासकीय निवासस्थान गह और दोपहर 2.50 बजे न्यायालय में लौटने के लिए रवाना हुए. उनके वाहन के सामने स्कॉर्टींग जीप क्रमांक एमएच 33-0471 सुरक्षा के लिए थी. इसमें चालक नरेश कस्तुरवार सहित अन्य चार जवान थे. इसमें उमाजी होली का भी समावेश था. न्यायाधीश को न्यायालय में छोडने के बाद चालक कस्तुरवार ने पार्कींग में जीप खडी की. वह और अन्य जवान जीप में से उतरकर पेड के नीचे खडे थे. लेकिन उमाजी होली जीप में ही बैठा हुआ था. पांच मिनट के बाद जीप में से अचानक गोलीबारी होने की आवाज सुनाई दी. जवान दौडे तब उमाजी होली खून से सनी अवस्था में था. उसे उसी जीप से जिला अस्पताल लाया गया. जहां डॉक्टरों के अथक प्रयास के बावजूद रक्तस्त्राव अधिक होने से उसकी मृत्यु हो गई. घटना के बाद गढचिरोली थाने के पुलिस निरीक्षक रेवचंद शिंगनजुडे ने घटनास्थल पहुंचकर पंचनामा किया.
* छाती में तीन और टप से निकली पांच गोली
उमाजी होली के पास एके-47 बंदूक थी. उसकी छाती में दोनों तरफ दो और मध्यभाग में एक ऐसी तीन गोलियां लगने के निशान पाए गए. जीप के टप से पांच गोलियां हवा में छूटी, ऐसा दिखाई दिया. जीप में से गोली बाहर निकलने से वाहन के टप में छेद हो गए थे.
* खुद ही जीप से आए बाहर
गलती से मिस फायर होने से लगातार 8 गोली छुटी, ऐसा पुलिस का कहना है. पश्चात अन्य जवान जीप की तरफ दौड पडे. लेकिन तब तक उमाजी होली जीप से नीचे उतरे और गिर गए, ऐसा प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा. वह कुछ दिन अवकाश पर गए थे. 11 दिसंबर को ही वे ड्यूटी पर पहुंचे थे. उसके चेहरे पर कोई तनाव नहीं था, ऐसा पुलिस सूत्रों ने कहा. फिर भी पुलिस हर पहलुओं पर जांच कर रही है.