
नांदेड/ दि. 7- साढे तीन शक्तिपीठों में से एक माहुर मंदिर संस्थान परिसर के विविध विकास कार्यो को अब गति मिलेगी. राज्य सरकार ने मंगलवार को संपन्न हुई बैठक में 829 करोड रूपए की निधि मंजूर की है.
नांदेड जिले के माहुर यहां साढे तीन शक्तिपीठों में से एक रेणुका देवी का मंदिर हैं. इस मंदिर से कुछ ही दूरी पर भगवान परशुराम का भी मंदिर है. पिछले अनेक दिनों से परिसर के विकास के लिए निधि की मांग की जा रही थी. तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के कार्यकाल में विकास कामों की शुरूआत हुई. शुरूआत में 89 करोड की निधि प्राप्त हुई. उसके बाद केन्द्रीय यातायात मंत्री नितिन गडकरी ने रास्तों के विकास, लिफ्ट, स्कॉयवाक के लिए निधि मंजूर की थी. दत्त शिखर मार्ग पर गरूड गंगा के समीप रास्ता क्षतिग्रस्त हो जाने से भाविकों को असुविधा हो रही थी.
माहुर दर्शन के लिए आनेवाले भाविकों की संख्या अधिक है. नवरात्रि तथा सालभर में विविध कार्यक्रमों का आयोजन यहां किया जाता है. जिसमेंं विदर्भ सहित तेलंगना, मध्यप्रदेश व राज्य के अन्य जिलों से भी भाविक बडी संख्या में सहभागी होते हैं. भाविकों की संख्या दिनों दिन बढने की वजह से उन्हें पर्याप्त सुविधा मिले. इसके लिए जिला प्रशासन ने समय- समय पर इस संदर्भ मेें समीक्षा कर विकास कामाेंं के लिए राज्य सरकार से निधि की मांग की थी.
राज्य सरकार ने अलग- अलग तीर्थ क्षेत्रों को निधि दी. जिसमें माहुर के लिए भी 829 करोड रूपए निधि की घोषणा की. इस निधि से लिप्ट, स्कॉयवॉक विविध रास्तों के काम तथा मालवाडा घाट में महामार्ग के रूके हुए काम, स्ट्रीट लाइट के काम, पेविंग ब्लॉक के काम, नाली के आधे अधुरे काम किए जायेंगे. माहुर तीर्थक्षेत्र को 829 करोड रूपए की निधि मंजूर किए जाने पर नागरिकों ने समाधान व्यक्त किया है.