महाराष्ट्र

राज्य के 9 शहर प्रदूषित

एमपीसीबी की रिपोर्ट - चंद्रपुर, नागपुर का समावेश

मुंबई/दि 12 – राज्य के 18 में से 9 शहरों के प्रदूषण का स्तर 2017 की तुलना में 2019 में बढ़ा है. राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कृति योजनांतर्गत यह परीक्षण किये जाने के महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने अपनी रिपोर्ट में प्रस्तुत की है.
मुंबई, ठाणा, पुणे सहित औरंगाबाद, चंद्रपुर, जालना, कोल्हापुर, लातूर, नागपुर शहर में हवा के पार्टीक्युलेट मॅटर (पीएम) का प्रमाण बढ़ने के साथ ही वहां की हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ने की बात दिखाई देती है. राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कृति योजना अंतर्गत 10 जनवरी 2019 को देशभर के 102 शहरों के प्रदूषण का स्तर दर्शाने वाला अहवाल घोषित किया. जिसमें राज्य के 18 शहरों का समावेश है.
इन शहरों का समावेश 2011-15 नुसार राष्ट्रीय हवा गुणवत्ता मापदंड पूर्ण न कर सकने वाले शहरों में हुआ है. इस कारण प्रत्येक शहर को हवा का दर्जा सुधारने के लिये कार्यक्रम लेने कहा गया है. रेस्पिरेबल सस्पेंडेड पार्टीक्युलेट मेटर यानि पीएम 10 का प्रमाण हवा में अधिक होने से प्रदूषण बढ़ा दिखाई देता है. इस कारण राज्य के 18 शहरों का प्रदूषण बढ़ने का भी अहवाल में दर्ज किया गया है.
नागपुर और ठाणे में 2017 से 2019 दरमियान 18 और 17 पीएम 10 की नोंद हुई है, वहीं मुंबई में पीएम 10 का वार्षिक न्युनतम स्तर 125 यूजी/एम-3 स्थिर होने का चित्र दिखाई दिया. रेस्पिरेबल सस्पेंडेड पार्टीक्युलेट मेटर का वार्षिक आदर्श स्तर भी 60 यूजी/ एम-3 माना जाता है.
एमपीसीबी अंतर्गत ठाणे में दो औद्योगिक व एक निवासी क्षेत्र में तीन देखरेख केंद्र है. हमेशा निरीक्षण करने वाले हवा की गुणवत्ता मॉनिटरिंग स्टेशन (सीएक्यूएमएस) नहीं. यह स्टेशन सप्ताह में दो बार प्रदूषक (एनओएक्स, सल्फर, आरएस पीएम) निरीक्षण करते है. उस तुलना में मुंबई में 15 सीएक्यूएमएस है. नागपुर के चार स्थानों में सिर्फ एक सीएक्यूएमएस है.

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