डफरीन में 9 नाबालिग युवतियों की प्रसूति
बालविवाह, अत्याचार के कारण खेलकूद की आयु में बनी मां

अमरावती /दि.18– जिला महिला अस्पताल में अप्रैल 2024 से फरवरी 2025 तक 11 माह में 9 नाबालिगों युवतियों की प्रसूति हुई है. इस बाबत अस्पताल प्रशासन की तरफ से पुलिस को भी जानकारी दी गई है. बालविवाह तथा अत्याचार की घटना से खेलकूद की आयु में यह नाबालिग युवतियां मां बनी है. उनका समुपदेशन तथा मानसिक आधार देने का काम बालकल्याण समिति की तरफ से किया जाता है.
डफरीन में हर दिन औसतन 20 से 25 प्रसूति होती है. 10-11 माह में यहां 6 हजार से अधिक प्रसूति हुई है. इसमें 9 प्रसूता नाबालिग रहने से अस्पताल प्रशासन ने पुलिस व बालकल्याण समिति को इसकी जानकारी दी. मेलघाट में शिक्षा के अभाव में आज भी युवक-युवतियों के विवाह कम आयु में होते है. अनेक युवतियां घर पर ही बच्चे को जन्म देती है. इस कारण इन माताओं का पंजीयन भी नहीं हो पाता. लेकिन जिनकी अस्पताल में प्रसूति होती है, उसकी जानकारी अस्पताल प्रशासन की तरफ से दी जाती है. लेकिन कुछ घटनाओं में लैंगिक अत्याचार के कारण कुछ नाबालिग युवतियां कुंवारी माता बनने की घटनाएं भी घटित हुई है.
* दोनों परिवारों पर होता है मामला दर्ज
बालविवाह की जानकारी यदि पुलिस प्रशासन अथवा बालकल्याण समिति को मिली, तो बालविवाह करवाने वाले दोनों परिवार पर मामला दर्ज होता है.
* दी जाती है पुलिस को जानकारी
डफरीन में जो नाबालिग युवतियां भर्ती होती है, उसकी जानकारी पुलिस व बालकल्याण समिति को दी जाती है.
– डॉ. विनोद पवार,
वैद्यकीय अधीक्षक, डफरीन.