चक्कर खाकर गिरने से नासिक में एक दिन में 9 लोगों की मौत
कोरोना काल में इस नए ‘काल’ से दहशत में लोग
नासिक/दि.१६ -चक्कर खाकर गिरने से नासिक शहर में एक दिन में 9 लोगों की मौत की खबर सामने आई है. दो दिनों पहले 24 घंटे में 4 लोगों की मौत चक्कर खाकर गिरने और सांस फूलने से ही हुई थी. कोरोना काल में इस नई समस्या ने लोगों के मन में दहशत पैदा कर दी है. ये खबर डॉक्टरों को भी हैरान कर रही है.
अचानक चक्कर खाकर बेसुध होकर मरने वालों की संख्या जहां एक दिन में 9 तक जा पहुंची है, वहीं पिछले तीन दिनों में आंकड़ा 13 तक पहुंच गया है. खास बात ये है कि मरने वालों में युवा भी शामिल हैं. इससे पहले कुछ लोगों की मौत रास्तों पर पैदल जाते हुए चक्कर आने से हुई थी तो कुछ की मौत घर बैठे ही चक्कर आने से हो गई थी. कुछ दिनों से तापमान में अचानक वृद्धि दर्ज की गई है. नासिक शहर का तापमान बढ़ कर 40 डिग्री के पार चला गया है. इसलिए बढ़ती गर्मी के प्रकोप और डिहाइड्रेशन की वजह से मृत्यु के कारण को नकारा नहीं जा सकता. इससे पहले भी जब एक दिन में 4 लोगों की मौत चक्कर खाकर गिरने से हुई थी तो बढ़ती गर्मी को वजह बताया गया था. लेकिन मृत्यु की असली वजह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है.
चक्कर खाकर गिरने और सांसें फूलने से हुई इन मौतों ने चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों को भी चौंका दिया है. चक्कर आने और सांसें फूलने जैसे लक्षणों को किसी भी तरह से नजरअंदाज नहीं करने की सलाह नासिक शहर के डॉक्टरों की तरफ से की जा रही है. राज्य भर में बुधवार रात 8 बजे से धारा 144 लागू होने की वजह से ‘मिनी लॉकडाउन’ की स्थिति कायम है. ऐसे में बिना वजह घर से बाहर निकलने पर पाबंदी है. लेकिन अति आवश्यक कामों से बाहर निकलते वक्त भी अपना ध्यान रखने की सलाह दी जाती है. और शरीर में पानी की कमी ना हो इसका खयाल रखने की भी सलाह दी गई है.
चक्कर खाकर गिरने से शनिवार को भी नासिक में चार लोगों की मौत हो गई थी. इंदिरानगर, उपनगर, श्रमिकनगर और देवलाली गांव में ये घटनाएं हुईं. इस मामले में संबंधित पुलिस थाने में भी जब मृत्यू की खबर आने लगी तो स्थानीय प्रशासन एकदम से हरकत में आ गया.