खेलते समय गरम दुध के बर्तन में गिरी बालिका की मौत
पिता की आँखों के सामने संतुलन बिगडकर गिरी थी
भंडारा/ दि.19 – घर में खुशी के मारे उछलकुद करते हुए खेल रही 3 वर्षीय बालिका का संतुलन बिगडकर वह खौलते गरम दुध के बर्तन में जा गिरी. जिसके कारण बुरी तरह झूलस जाने के कारण 18 दिन के इलाज के बाद नागपुर के निजी अस्पताल में मौत हो गई. यह दिलदहला देने वाली घटना पिता की आँखों के सामने मोहाडी तहसील सातोणा गांव में घटी. इस मामले में वरठी पुलिस थाने में आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया गया.
दिया गुरुप्रसाद वंजारी (3, सातोणा, तहसील मोहाडी) यह मरने वाली बालिका का नाम है. गुरुप्रसाद वंजारी का दही व दुध का व्यवसाय है. गांव से दुध संकलित कर घर में ही दही, लोणी तैयार कर वे भेजते थे. 15 अप्रैल को गांव से दुध संकलित कर गुरुप्रसाद हमेशा की तरह दुध गरम करने के लिए चुल्हे पर बर्तन रखा. दुध खौलने के बाद उसे ठंडा करने के लिए चुल्हे से नीचे उतार कर रखा और सामने ही वे भोजन करने बैठे. इस बीच बच्ची दिया उनके पास खुशी के मारे उछलकुछ करते हुए खेल रही थी. पिता को आवाज देते जा रही थी. उछलकुद करते हुए अचानक संतुलन बिगड गया और वह सीधे खौलते दुध के बर्तन में पिता के आँखों के सामने जा गिरी.
18 दिन जिंदगी और मौत से लडाई
भंडारा के सरकारी अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद दिया को नागपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. डॉक्टरों ने काफी प्रयास किया, लेकिन 67 प्रतिशत झूलसी दिया की हालत बिगडते जा रही थी. 3 मई को उसकी जिंदगी और मौत से चल रही लडाई 18 दिन बात समाप्त हो गई. आँखों के सामने हुई इस घटना से परिवार के लोग अब तक नहीं उभर पाये.