महाराष्ट्रवाशिम

विमान में वाशिम की वैद्यकीय छात्रा ने बचाई बीमार महिला की जान

निजी हवाई सेवा में चिकित्सा सहायता का अभाव

वाशिम /दि.1– उडान के दौरान विमान में एक 45 वर्षीय महिला के हाथ-पैर अचानक निष्क्रिय हो गये. इस दौरान विमान में सवार वाशिम की छात्रा आनंदी वजीरे ने महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए उस पर प्राथमिक उपचार कर उसकी जान बचाई. यह घटना 24 फरवरी को अंदमान-निकोबार से चेन्नई लौट रहे एक निजी विमान में हुई. संबंधित छात्रा ढाका में एमबीबीएस कर रही है.
वाशिम के प्रो. डॉ. प्रभाकर वजीरे, पत्नी शिला वजीरे और उनकी बेटी आनंदी वजीरे एक दौरे के बाद वापिस जा रहे थे. हवाई यात्रा के दौरान चेन्नई में एक महिला का रक्तचाप अचानक कम हो गये. जिससे उसका बाया हाथ और पैर निष्क्रिय हो गये. इस कारण महिला के परिजन भयभित हो गये, ऐसी स्थिति में विमान में कोई प्रैक्टिशर डॉक्टर उपलब्ध नहीं था. इस कारण फ्लाइट क्रू ने चिकित्सा सहायता की अपील की. इस दौरान आनंदी ने पहल करते हुए अपने चिकित्सा ज्ञान का इस्तेमाल कर महिला पर प्राथमिक उपचार किया. कुछ ही देर में महिला की हालत में सुधार हुआ और उसके चेहरे पर मुस्कान आ गई. महिला की आंखों में खुशी के आंसू झलक उठे और उसने आनंदी को गले लगाकर उसका धन्यवाद अदा किया. विमान से उतरने के बाद कैबिन क्रू ने महिला की स्थिति में बारे में पूछताछ की, तब उसने कहा कि, वह अब ठीक है.

* विमान में डॉक्टर जरुरी
यह स्थिति निम्न रक्तचाप होने के कारण होती है. चिकित्सा शिक्षा प्राप्त करने के कारण मैं इस स्थिति को संभाल सकी. हालांकि हवाई यात्रा के दौरानन डॉक्टर का होना आवश्यक है.
– आनंदी वजीरे,
एमबीबीएस छात्रा, वाशिम.

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