प्रतिनिधि/ दि.२२
अमरावती – इस समय जहा एक ओर समूचे विश्व में कोरोना नामक महामारी का कहर जारी है. वहीं दूसरी ओर हमारे देश में कोरोना वायरस से निपटने के लिए सामाजिकता की कई मिसाले देखने को मिल रही है. जहां हर कोई जाति धर्म एवं जातपात के दायरे से बाहर निकलकर दूसरों की जान बचाने हेतु सहायता व प्रयास कर रहा है. ऐसा ही एक मामला अमरावती में सामने आया है. जब कोरोना पॉजिटिव से कोरोना निगेटिव हुए एक युवक ने किसी अन्य कोरोना संक्रमित मरीज की जान बचाने के लिए प्लाजमा डोनेट हेतु स्वयंस्फूर्त रुप से कदम आगे बढाया है. इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक विगत दिनों गाडगे नगर पुलिस स्टेशन में कार्यरत पुलिस जमावदार अहमद अली अपनी ड्यूटी पर तैनात रहने के दौरान कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गये थे और उन्हें इलाज के लिए नागपुर के मेवो अस्पताल में भर्ती किया गया था. जहां पर उनकी सेवा करते हुए उनका बेटा अशर अली भी कोरोना संक्रमित हो गया. इसके बाद दोनों बाप-बेटे कोरोना को मात देते हुए ठीक होकर अपने घर लौटे. वहीं अशर अली ने ठीक हो जाने के बाद अपनी तरह कोरोना संक्रमित रहने वाले किसी अन्य मरीज की जान बचाने का निश्चय किया और इस संदर्भ में अमरावती मुस्लिम ए्नशन कमेटी से संपर्क किया. बता दें कि, मुस्लिम ए्नशन कमेटी द्बारा शहर में प्लाजमा डोनर बनाया गया है और इस में उन लोगों को शामिल किया जा रहा है. जो कोरोना पॉजिटिव से कोरोना निगेटिव हो गये है. ऐसे लोगों को कोरोना संक्रमित मरीजों को अपना प्लाजमा देने हेतु तैयार किया जा रहा है. ताकि दूसरे कोरोना संक्रमित मरीजों को भी ठीक किया जा सके. इसी के तहत पुलिस कर्मी अहमद अली के पूत्र अशर अली ने मंगलवार को इर्विन अस्पताल में पहुंचकर अपना प्लाजमा डोनेट किया. यह प्लाजमा अशर के ब्लड ग्रुप से मैच करने वाले एक अन्य मरीज को चढाया गया. ताकि उस मरीज की जान बचाई जा सके. अशर अली के इस कार्य हेतु शहर में उसका सर्वत्र अभिनंदन किया जा रहा है. इस नेक काम के लिए मुस्लिम ए्नशन कमेटी के अध्यक्ष एड. शोएब खान, सादिक शाह, मेराज खान पठान, इमरान खान, जय रोडवेज, हाजी रफीक, अहद अली, एड. फारुक अहमद, सलीम खान उर्फ बबलू, सउद इबाद खान, सईद खान ने योगदान दिया.