महाराष्ट्र

वैद्यकीय उपचार के लिए अब आभा कार्ड आवश्यक

मुंबई/दि. 8 देश के सभी सरकारी और निजी वैद्यकीय महाविद्यालय तथा उससे सलंग्नित अस्पतालो में उपचार के लिए आनेवाले मरीजो को बाह्यरुग्ण व आंतररुग्ण विभाग में पंजीयन के लिए आभा कार्ड अनिवार्य करने का निर्णय राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग ने लिया है. इस कारण अब आभा कार्ड निकालना आवश्यक रहनेवाला है. अस्पताल का मूल्यांकन, मरीज और संबंधित वैद्यकीय सामग्री के लिए आभा कार्ड का पंजीयन ही ग्राह्य माना जानेवाला है.

राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग की हाल ही में हुई 14 वीं बैठक में देश के सभी सरकारी व निजी वैद्यकीय महाविद्यालय व उससे संलग्नित अस्पतालो को बाह्यरुग्ण विभाग, आंतररुग्ण विभाग, दुर्घटना विभाग और आपातकालिन विभाग में उपचार के लिए आनेवाले मरीजो का पहले रजिस्ट्रेशन करने के लिए आभा कार्ड आवश्यक करने का निर्णय लिया गया है. इस कारण मरीजो का रजिस्ट्रेशन करते समय अस्पताल के पंजीयन क्रमांक के साथ ही आभा कार्ड क्रमांक भी आवश्यक रहनेवाला है. वैद्यकीय महाविद्यालय की पदवी व पदव्युत्तर अभ्यासक्रम की बढी सीटे, नए महाविद्यालय, विद्यार्थियों को प्रवेश देने के लिए अनुमति, वार्षिक नूतनीकरण संदर्भ के निर्णय लेने के लिए अस्पताल के मरीजो की संख्या और उपचार के लिए उपलब्ध रहनेवाली साधन सामग्री को विचार में लेना महत्वपूर्ण रहता है. इसके लिए मरीजो का प्रमाणित रजिस्ट्रेशन आवश्यक है. इस कारण आभा कार्ड यह मरीज पंजीयन के लिए आवश्यक करने का निर्णय आयोग की तरफ से लिया गया है. 2025-26 शैक्षणिक वर्ष के लिए और पश्चात मूल्यांकन के निर्णय के लिए, मरीज और संबंधित वैद्यकीय सामग्री के लिए आभा कार्ड पंजीयन ग्राह्य माना जानेवाला है. आभा कार्ड नहीं रहा तो किसी भी मरीज को उपचार से वंचित न रखा जाए, ऐसा भी आयोग की तरफ से स्पष्ट किया गया है. महाराष्ट्र के प्रत्येक जिले में वैद्यकीय महाविद्यालय शुरु करने का निर्णय लिया गया है. इस कारण राज्य में वर्तमान में 7 से 8 जिला अस्पताल यह वैद्यकीय महाविद्यालय से संलग्नित नही है. साथ ही राज्य के उपजिला अस्पताल, ग्रामीण अस्पताल आदि करीबन 500 अस्पताल तथा 1970 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है. इन अस्पतालो में आभा कार्ड आवश्यक न किया हो फिर भी जल्द ही इन अस्पतालो में भी मरीजो के रजिस्ट्रेशन के लिए आभा कार्ड आवश्यक किया जाएगा, ऐसी जानकारी सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने दी.

* राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग का निर्णय
रजिस्ट्रेशन के लिए आभा कार्ड आवश्यक किए जाने से मरीज के पिछले उपचार की संपूर्ण जानकारी डॉक्टर को उपलब्ध होनेवाली है. इस कारण वैद्यकीय महाविद्यालय व अस्पताल की दवाई, उपकरण, मरीजो की बीमारी का डाटा उपलब्ध होकर सरकार को स्वास्थ्य व्यवस्था सक्षम करने के लिए नियोजन करना आसान होगा. इससे स्वास्थ्य व्यवस्था सुधारने में सहायता होगी.
– डॉ. सुभाष सालुंखे
पूर्व संचालक, वैद्यकीय शिक्षा व संशोधन संचालनालय.

* संशोधन के लिए लाभ होगा
वैद्यकीय महाविद्यालय में विशेषोपचार सुविधा दी जाती है. इस कारण आभा कार्ड के इस्तेमाल के कारण मरीजो का डाटा तथा महाविद्यालय व अस्पताल में आवश्यक छोटे उपकरणो की समीक्षा लेना संभव होनेवाला है. साथ ही वैद्यकीय विद्यार्थियों उनके संशोधन के लिए इसका लाभ होनेवाला है.
– डॉ. तुषार पालवे
वैद्यकीय अधीक्षक, कामा अस्पताल.

 

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