मुंबई/दि.३१- पुणे एक्सप्रेस वे पर हथियार लहराकर ट्रैफिक जाम के दौरान रास्ता खाली कराने वाले आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. खोपोली पुलिस ने इस मामले में बंदूक लहराने वाले दोनों आरोपियों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है. दोनों आरोपी कोल्हापुर में छिपे थे. इन दोनों का शिवसेना के साथ कोई संबंध नहीं है.
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने जो दो बंदूकें हवा में लहराई थीं, उनमें से एक रिवॉल्वर असली है और दूसरी पिस्टल नकली है. आरोपियों का कहना है कि वो पिस्टलनुमा लाइटर था. आरोपियों ने बताया कि वो कोल्हापुर में महालक्ष्मी के दर्शन करने जा रहे थे. जब एक्सप्रेस वे पर खोपोली के पास ट्रैफिक में फंसे तब उन्होंने अन्य गाडिय़ों के चालकों को डराकर अपनी गाड़ी आगे निकालने के लिए हथियार दिखाया था.
गिरफ्तार किए गए जिस आरोपी के पास लाइसेंस वाला रिवॉल्वर मिला है वो शख्स उत्तर प्रदेश का रहने वाला है. इन आरोपियों का शिवसेना से कोई संबंध नहीं हैं. एक आरोपी ड्राइवर है जबकि दूसरा एसी रिपेयरिंग का काम करता है. गाड़ी पर शिवसेना का लोगो क्यों लगा था, इस मामले की जांच की जा रही है. पुलिस का कहना है कि कुछ शरारती तत्व अपनी धौंस जमाने के लिए राजनीतिक दलों का झंडा और लोगो अपने वाहन पर लगा लेते हैं. पकड़े गए आरोपी भी ऐसे ही हैं. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है.
बता दें कि हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें एक गाड़ी पर शिवसेना का लोगो लगा हुआ था. इस गाड़ी में सवार कुछ युवक मुंबई- पुणे एक्सप्रेस वे पर हवा में हथियार लहराकर ट्रैफिक जाम में अपनी गाड़ी के लिए रास्ता बना रहे थे. यह वीडियो वायरल होने के बाद विपक्ष ने उद्धव ठाकरे सरकार पर निशाना साधा था. बीजेपी नेता राम कदम ने शिवसेना पर निशाना साधते हुए कहा था कि राज्य में संत से लेकर सैनिक तक कोई सुरक्षित नहीं है. यह सरकार आम जनता की सरकार नहीं गुंडों की सरकार है.