पीडितों की आर्थिक मदद के लिए संवेदनशील रूप से कार्रवाई करे
महिला बाल विकास मंत्री यशोमती ठाकुर के निर्देश

मुंबई/दि.५ -मनोधैर्य योजना के अलावा विक्टीम कंपनसेशन स्कीम के तहत पीडितों को आर्थिक मदद गति से मिल सके इसलिए संवेदनशील होकर कार्य किया जाए. आवश्यक योजनाओं के शासन निर्णय में दुरूस्ती का प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश महिला व बालविकास मंत्री एड. यशोमती ठाकुर ने दिए है.
हाल ही में मनोधैर्य योजना, विक्टीम कंपनसेशन स्कीम , अनैतिक व्यापार प्रतिबंध अधिनियम के तहत पीडितों के पुनर्वास के अलावा आर्थिक सहायता के प्रलंबित मामलो का समीक्षण एड. ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में लिया गया. इस समय महिला व बालविकास विभाग की प्रधान सचिव ईदजेस कुंदन,गृहविभाग के प्रधान सचिव विनित अग्रवाल,महाराष्ट्र विधि सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव ए.जे.मंत्री, महिला व बालविकास उपायुक्त दिलीप हिवराले मौजूद थे. महिला व बालविकास मंत्री एड. ठाकुर ने कहा कि दुराचार, यौन शोषण, एसिड हमला , जैसे अनैतिक कामों के लिए मनुष्य का उपयोग करना आदि गंभीर मामलों के लिए पीडितो के पुनर्वास के लिए तत्काल मदद देना आवश्यक है. तकनीकी कारणों से कोई भी मदद बाधित न रहे. इसके लिए जिलास्तर पर जिलाविधि सेवा प्राधिकरण, महिला व बाल विकास अधिकारी, पुलिस विभाग के अलावा मामले का पक्ष रखनेवाले सरकारी अभियोक्ता में बेहतर सुसंवाद होना चाहिए. प्रतिमाह ब्यौरा लेने के लिए जिलास्तर अधिकारियों की टीम बनाकर कार्रवाई को गति देने की मांग की गई.