महाराष्ट्र

विधान परिषद चुनाव में भाजपा को वोट देने वाले विधायकों पर कार्रवाई करे

कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण की पार्टी श्रेष्ठों से मांग

मुंबई./ दि. 7- विधान परिषद चुनाव ने पार्टी के आदेश न मानते हुए भारतीय जनता पार्टी को वोट देने वाले 7 विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए, ऐसी मांग पार्टी के श्रेष्ठ कांग्रेस नेता तथा पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने की है. इन विधायकों की क्रॉस वोटिंग के कारण कांग्रेस का अधिकृत प्रत्याशी चंद्रकांत हंडोरे को हार का सामना करना पडा, ऐसा आरोप चव्हाण ने लगाया है.
बीते 20 जून को विधान परिषद चुनाव लिया गया. कांग्रेस ने भाई जगताप और हंडोरे को उम्मीदवारी दी गई थी. 10 जगह के लिए 11 प्रत्याशी चुनावी मैदान में होने के कारण चुनाव बहुत ही पेचिता हुआ. उस चुनाव में भाजपा के पांच प्रत्याशी विजयी हुए. केवल 10वीं जगह के लिए जगताप और हंडोरे के बीच लडाई हुई और कांग्रेस के पास भरपुर संख्याबल होने के बाद भी सात विधायकों ने क्रॉस वोटिंग हुई, इसके कारण मुंबई के पूर्व महापौर को हार का सामना करना पडा. इस बारे में मीडिया से बात करते हुए पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि, पार्टी के सात विधायकों ने भाजपा को वोट दिया, इसके कारण हंडोरे को हार का सामना करना पडा. इन विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है, परंतु क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों के नाम चव्हाण ने उजागर नहीं किये.
विधान परिषद के लिए 20 जून को मतदान लिया गया. उसमें राष्ट्रवादी कांग्रेस के रामराजे नाईक निंबालकर (29 वोट), एकनाथ खडसे (28 वोट), शिवसेना के सचिन अहिर (26 वोट), आमशा पाडवी (26 वोट), भाजपा के प्रवीण दरेकर (29 वोट), श्रीकांत भारतीय (30 वोट), राम शिंदे (30 वोट), उमा खापरे (27 वोट), प्रसाद लाड (28 वोट) और कांग्रेस के भाई जगताप (26 वोट) विजयी हुए, परंतु चंद्रकांत हंडोरे को केवल 22 वोट मिले और उन्हें हार का सामना करना पडा. विधान परिषद के चुनाव में कांग्रेस से चंद्रकांत हंडोरे यह पहले पसंदीदा प्रत्याशी और मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष भाई जगताप दूसरे क्रमांक पर उम्मीदवार थे. चंद्रकांत हंडोरे को एक दलित चेहरा के रुप में कांग्रेस ने आगे लाया था. उन्हें पसंदीदा वोट भी प्राप्त नहीं हुए. इसके कारण उनकी हार हुई.
शुरुआत में कांग्रेस के केवल 3 वोट पलट गए, ऐसा बताया जा रहा था, मगर परिणाम के बाद 7 वोट पलट जाने की बात स्पष्ट हुई. अंतर्गत विवाद के कारण कांग्रेस के 7 विधायकों ने हंडोरे को वोट नहीं दिये, ऐसा कहा जा रहा है, यह बात पृथ्वीराज चव्हाण ने महाराष्ट्र के प्रभारी एच. के. पाटील को बताई और इन विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए, ऐसी मांग उन्होंने की है. दगा करने वाले विधायक कौन है, इस बारे में पार्टी श्रेष्ठ जांच कराये, वोट इस तरह विभाजित होना बहुत गंभीर बात है, ऐसा चव्हाण ने कहा. विश्वासदर्शक ठराव के समय कांग्रेस के कुछ विधायक देरी से आये थे, यह बात भी अच्छी नहीं होने की बात भी उन्होंने कही.

विश्वासमत में अनुपस्थित रहने वालों का क्या?
4 जुलाई को शिंदे-फडणवीस सरकार के विश्वासमत प्रस्ताव में मतदान के समय पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण समेत 10 विधायक अनुपस्थित थे. यह विश्वास प्रस्ताव शिंदे सरकार ने 164 के खिलाफ 99 ऐसा सहज जिता, इस बारे में छेडने पर अनुपस्थित रहने वाले विधायकों पर कार्रवाई की मांग उन्होंने नहीं की, ऐसा पृथ्वीराज चव्हाण ने स्पष्ट किया.

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