नई शिक्षा नीति पर अमल न करने वाले विद्यापीठों पर होगी कार्रवाई
उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल की चेतावनी
मुंंबई/दि.11– राज्य में जो विश्व विद्यालय नई शिक्षा नीति लागू नहीं करेंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी. उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने नई शिक्षा नीति लागू करने के लिए बनी संचालन समिति की बैठक के दौरान यह चेतावनी दी. विलेपार्ले स्थित नरसी मोनजी इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडिज ने संचालन समिति ने दो दिन बैठक की. मंगलवार को इस बैठक में पाटिल शामिल हुए थे.
मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि बैठक में राज्य में नई शिक्षा नीति को प्रभावी रुप से लागू करने पर विचार विमर्श किया गया. पाटिल ने विश्वविद्यालयों को कहा कि वे शैक्षणिक समयसारिणी और मूल्यांकन पर विशेष जोर दें. उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति पर और तेज गति से काम करने की जरुरत है. इसके लिए गठित समिति ज्यादा बैठकें करे और नई शिक्षा नीति लागू करने में आ रही अडचनों की जानकारी दें. इसके अलावा हर जिले में नई शिक्षा नीति को लेकर बैठक की जाए और इसे लेकर जागरुकता फैलाई जाए.
पाटिल ने कहा कि यह अच्छी बात है कि राज्य में महाविद्यालय और विश्वविद्यालय के क्लस्टर को प्रोत्साहन दिया जा रहा है. लेकिन नई शिक्षा नीति लागू करने में भी महाराष्ट्र अव्वल होना चाहिए. विश्वविद्यालयों से जुडे अनेक मामले केंद्र सरकार से संबंधित होते हैं. इसलिए केंद्र से भी इस मुद्दे पर नियमित संपर्क किया जाना चाहिए. हर माह प्रतिनिधियों को दिल्ली भेजा जाना चाहिए और नई शिक्षा नीति को लागू करने के लिए दिशानिर्देश जारी हो उसका पालन करना चाहिए. चंद्रकांत पाटिल ने सुझाव दिया कि नई शिक्षा नीति लागू करने को लेकर प्राध्यापकों के मन में जो आशंकाए है उन्हें दूर करने के लिए राज्यभर में कार्यशालाएं आयोजित की जानी चाहिए और उन्हें नई शिक्षा नीति के बारे में समझाना चाहिए. बैठक में उच्च तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव विकासचंद्र रस्तोगी, तकनीकी शिक्षा के निदेशक डॉ. शैलेंद्र देवलाणकर, एन. एम. इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के प्राचार्य भरत अमलकर समेत अनेक लोग उपस्थित थे.