शिवसेना के आंदोलन से जागा प्रशासन
जिले के नांदगाव खंडेश्वर तालुका में फसलों का नुकसान
* मुआवजे की रखी थी मांग
नांदगाव खंडेश्वर/दि.08– तहसील में अचानक बारिश के कारण किसानों की प्याज की फसल का भारी नुकसान हुआ है. फिर भी इसका न ही पंचनामा हुआ है और न ही किसी अधिकारी व्दारा दौरा कर इन नुकसान ग्रस्त क्षेत्रों में जांच की गई है. जिसके चलते शिवसेना उबाठा गट के प्रकाश मारोटकर ने पिछले दिनों कृषी अधिकारी कार्यालय पर आंदोलन किया था. इस आंदोलन के बाद ही जिला प्रशासन की निंद खुली. पश्चात तहसील के कृषी अधिकारी व तलाठी ने किसानों की नुकसान ग्रस्त फसलों का मुआयना किया.
उबाठा के मारोटकर व्दारा पिछले दिनोें कृषी अधिकारी कार्यालय पर किए गए आंदोलन के चलते ही भारी गर्मी के बावजूद कृषी अधिकारी व तलाठी को लेकर मारोटकर ने भारी गर्मी में फसलों का मुआयना किया. किसानों के आंखो में आए आंसू को देखकर शिवसैनिकों ने दो दिनों के भीतर फसलों की भरपाई देने व क्षेत्र में नुकसान ग्रस्त फसलों की जांच करने का अल्टीमेटम दिया था. वही किसानों की नुकसान ग्रस्त फसलों को अत्यल्प भरपाई न देकर भरपूर मदद की मांग भी मारोटकर ने की है. नांदगांव खंडेश्वर तहसील में अधिकारियों व्दारा नुकसान ग्रस्त प्याज की फसलों का मुआयना करने के बाद अब किसानोें को मुआवजा मिलने की आस लगी हुई है.
जिले में खरीप हंगामी की दृष्टी से बीज की आवश्यकता को ध्यान में रख कर कृषी विभाग की ओर से नियोजन किया गया. गुणवत्तापूर्ण सामाग्री किसानों को प्राप्त होने के लिए जिला व तालुका स्तर पर उडन दस्ते की स्थापना की गई है. जिला स्तर पर कपास की फसल के चलते शिकायत निवारण समिती स्थापित की गई है. सभी तालुका स्तर पर कृषी सहायक की सभा लेकर उसमें किसानों को गुणवत्तापूर्ण सामाग्री उपलब्ध कर देने के लिए स्पष्ट निर्देश दिए गए है.
– राहुल सातपुते, जिल्हा कृषी अधीक्षक