महाड में 38 मौत के बाद पोलादपुर में भूस्खलन से 11 और सातारा में 12 मौत
दो दिनों में 129 मौत
रायगढ़/दि. 23 – रायगढ़ में महाड के बाद शुक्रवार को एक और बड़ी दुर्घटना हो गई. महाड के तलीये गांव में कल शाम 4 बजे हुई चट्टान खिसकने से हुए दुर्घटना में अब तक 38 मौत हो चुकी है. इसके बाद रायगढ़ के ही पोलादपुर तालुका के केवनाले, गोवेले सुतारवाडी में भू-स्खलन हुआ. इससे मलबे में दब कर 11 लोगों की मौत हो गई है. साथ ही 13 लेोगों का इलाज शुरू है.
रायगढ़ के इन दो बड़ी दुर्घटनाओं के बीच सातारा के आंबेघर की दुर्घटना में 12 लोग कल रात हुई दुर्घटना के बाद से ही लापता हैं उनकी मृत्यु की भी आशंका जताई जा रही है. रत्नागिरी जिले में भी चट्टान खिसकने से चिपलून के पोसरे-बौद्धवाडी में 17 लोगों की मौत की खबर है. पोसरे-बौद्धवाडी में पहाड़ से घरों पर चट्टान टूट कर गिर गई. इससे एक बहुत बड़ी दुर्घटना हुई. कैबिनेट मंत्री बालासाहेब थोरात के मुताबिक शुक्रवार को राज्य में हुई अलग-अलग दुर्घटनाओं में कुल 56 लोगों की मौत हो चुकी है. उनके मुताबिक राज्य में दो दिनों में इन दुर्घटनाओं में कुल 129 मौत हो चुकी है.
एक और दुर्घटना के तहत खेड तालुका के बिरमई में चट्टान खिसकने से 2 लोगों की मौत हो गई है. जिलाधिकारी डॉ. बी.एन.पाटील ने यह जानकारी दी है. सिंधुदुर्ग जिले के कणकवली में भी चट्टान खिसकने से 1 महिला की मौत की खबर है और उनके पति जख्मी हैं.
इस तरह महाराष्ट्र में चट्टान खिसकने की एक के बाद एक घटनाओं से दहशत का माहौल है. अब तक रायगढ़ जिले के महाड और पोलादपुर तालुके (प्रखंड), रत्नागिरी के चिपलून और खेड तालुके और सातारा के आंबेघर में चट्टान खिसकने से बड़ी दुर्घटनाएं सामने आई हैं. साथ ही सातारा में ही एक अन्य घटना में दो महिलाओं के बह जाने की भी खबर है. इसके अलावा चिपलून के अपरांत अस्पताल के कोविड सेंटर में अत्यधिक बारिश की वजह से बिजली चली गई. इससे ऑक्सीजन सपोर्ट पर वेंटिलेटर में मौजूद 8 मरीजों की मौत हो गई.
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कहां- कहां हुई कितनी मौत ?
रायगढ़ जिले के महाड तालुके के तलीये गांव में अब तक 38 लोगों की मौत हो चुकी है. रायगढ़ जिले के ही पोलादपुर में एक अन्य दुर्घटना में 11 लोगों की मौत हो गई है.इस बीच रत्नागिरी जिले में भी चट्टान खिसकने से चिपलून के पोसरे-बौद्धवाडी में 17 लोगों की मौत हो गई है. पोसरे-बौद्धवाडी में पहाड़ से घरों पर चट्टान टूट कर गिर गई. इससे एक बहुत बड़ी दुर्घटना हुई.
सातारा जिले के आंबेघर में चट्टान खिसकने से ही हुई दुर्घटना में 12 लोग लापता हैंं. उनकी मृत्यु की आशंका व्यक्त की जा रही है. इस तरह रत्नागिरी के चिपलून में स्थित अपरांत अस्पताल में कोविड सेंटर में 8 लोगों की मौत हो गई है. खेड तालुका के बिरमई में चट्टान खिसकने से 2 लोगों की मौत हो गई है.सिंधुदुर्ग जिले के कणकवली में भी चट्टान खिसकने से 1 महिला की मौत हो गई है. कैबिनेट मंत्री बालासाहेब थोरात ने शुक्रवार को राज्य की अलग-अलग घटनाओं में 56 मौत की पुष्टि की है.
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रायगढ़ के ही महाड तालुका के तलीये गांव में 38 लोगों की मौत
पोलादपुर भू-स्खलन से पहले रायगढ़ के ही महाड तालुके के तलीये मधलीवाडी गांव में करीब 32 घरों पर चट्टान खिसकने से अनेक परिवार तबाह हो गए. कल दोपहर 4 बजे हुई इस दुर्घटना में अब तक 38 लोगों की मौत हो गई है. सभी प्रमुख रास्तों पर बाढॉ का पानी, कीचड़ और मलबे बिखर गए. इस वजह से आज (शुक्रवार) दोपहर तक राहत कार्य भी शुरू नहीं हो सका. आज 1 बजे के करीब NDRF की टीम रेस्क्यू का कार्य शुरू कर पाई. तब तक स्थानीय नागरिकों ने मलबे के नीचे से 30 से अधिक शव बाहर निकाल लिए थे. अब तक 36 शवों को बाहर निकाले जाने की जानकारी जिलाधिकारी ने दी है.
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सातारा के आंबेघर गांव में चट्टान खिसकने से 12 लोगों की मौत आशंका
इस बीच सातारा में चट्टान खिसकने की दुर्घटना सामने आई है. मोरना के पास आंबेघर गांव में चट्टान खिसकने की दुर्घटना हुई है. गुरुवार देर रात को हुई इस दुर्घटना में 12 लोगों की मृत्यु की आशंका जताई जा रही है. कुछ घर मलबे के नीचे दबे हुए हैं. तीन परिवार के लोग रात से ही लापता हैं.
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रत्नागिरी जिले के दो गांवों में अनेक परिवार मलबे में दबे
इसी तरह रत्नागिरी के चिपलून के पोसरे-बौद्धवाडी में भी चट्टान खिसकने से 17 लोगों की मौत की खबर है. साथ ही खेड तालुका में धामणंद गांव में 17 घरों पर चट्टान खिसक कर गिरने की खबर है. इन चट्टानों से गिरे मलबे के नीचे भी कुछ परिवारों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है.
एक और दुर्घटना के तहत खेड तालुका के बिरमई में चट्टान खिसकने से 2 लोगों की मौत हो गई है. जिलाधिकारी डॉ. बी.एन.पाटील ने यह जानकारी दी है. खेड के धामणंद में दुर्घटना के बाद मदद के लिए आर्मी को भेजा गया है.