‘गुलाब’ के बाद अब ‘शाहीन’ बरपाएगा कहर
नए तूफान से महाराष्ट्र और गुजरात को IMD ने किया अलर्ट
मुंबई/दि. 28 – चक्रवाती तूफ़ान ‘गुलाब’ का कहर अभी थमा भी नहीं है कि एक नए चक्रवाती तूफान ‘शाहीन’ की आशंका ने लोगों के दिलों में दहशत पैदा कर दी है. यह तूफान खास तौर से महाराष्ट्र और गुजरात के समुद्र तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए चिंता का सबब बन रहा है. इसकी वजह यह है कि ‘शाहीन’ नाम का चक्रवाती तूफान अरब सागर (Arabian Sea) में तैयार होने वाला है और यह महाराष्ट्र और गुजरात के समुद्री किनारे वाले इलाकों में अपना असर दिखाएगा. फिलहाल महाराष्ट्र में चक्रवाती तूफान ‘गुलाब’ ने तबाही लाई है. ‘गुलाब’ तूफान अब निम्न दाब के क्षेत्र के रूप में बदल गया है. यह सरक कर छत्तीसगढ़ और ओड़िशा के दक्षिणी इलाकों में पहुंचा हुआ है. इस कम दाब का क्षेत्र तैयार होने की वजह से सोमवार से ही महाराष्ट्र के कई इलाकों में मूसलाधार से अति मूसलाधार बरसात हो रही है. सिर्फ मराठवाडा क्षेत्र की बात करें तो यहां 10 लोगों की जानें गई हैं. कई मवेशी बह गए हैं, दुकानें बह गई हैं. मराठवाडा और विदर्भ क्षेत्र के जिलों में गुलाब के कहर का खौफ़नाक असर चारों ओर दिखाई दे रहा है. नदी, नाले, तालाब, हाट, पगडंडी, गली, गांव, शहर, डगर, दुकान, मकान, मचान यानी हर जगह पानी भर गया है. फसलें तबाह हो गई हैं, कई पुलों के ऊपर से पानी बह रहा है. लोगों को एक बार फिर घर की छतों पर आना पड़ा है. अगले 48 घंटे चक्रवाती तूफान ‘गुलाब’ की वजह से बने कम दाब के क्षेत्र का असर महाराष्ट्र के कई जिलों में दिखाई देगा. कहीं मूसलाधार तो कहीं अति मूसलाधार बरसात होगी. इतनी तबाही के बाद अब ‘शाहीन’ तूफान के आने की खबर ने दिलों में डर पैदा कर दिया है.
अगले 24 घंटे चक्रवाती तूफान गुलाब की तीव्रता ज्यादा होगी. इन घंटों में मराठवाडा, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण में मूसलाधार से अति मूसलाधार बरसात होने की आशंका भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने जताई है. चिंता की बात यह है कि यह तूफान एक बार फिर नए रूप में सामने आने वाला है. यानी इसका एक नया जन्म होने वाला है. यह महाराष्ट्र और गुजरात के लिए बेहद फ़िक्र की बात है.
यह तूफ़ान अरब सागर में तैयार होगा. इस चक्रवाती तूफ़ान को ‘शाहीन’ कहा जाएगा. यह नाम ओमान देश द्वारा दिया गया है. इस तूफ़ान के तैयार होने से जुड़ी हर छोटी-बड़ी डेवलपमेंट पर विशेषज्ञों की नज़रें बनी हुई हैं. ऐसे में अगले दो-तीन दिन बेहद अहम होने वाले हैं. क्योंकि इन्हीं दो दिनों में छत्तीसगढ़ और दक्षिणी ओडिशा में मौजूद कम दाब का क्षेत्र अरब सागर में पहुंचेगा. भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक यह 30 सितंबर को अरब सागर में पहुंचेगा. यहां आकर यह एक नए रूप में बदल जाएगा. यह चक्रवाती तूफान बन कर महाराष्ट्र और गुजरात के समुद्री किनारों में अपना असर दिखााएगा. फिलहाल जो जानकारियां सामने आई हैं उनके मुताबिक शाहीन नाम का यह नया चक्रवाती तूफान भारत के पश्चिमी किनारे के समुद्री तटों से नहीं टकराएगा. यह महाराष्ट्र और गुजरात के समुद्री तटों के दूर से ही होकर 1 अक्टूबर को ओमान की दिशा में बढ़ जाएगा. लेकिन इसकी वजह से महाराष्ट्र और गुजरात के समुद्री किनारे वाले हिस्सों में मूसलाधार बरसात होगी. यानी बरसात का ज़ोर अभी कुछ दिनों तक कायम रहने वाला है.
इससे पहले भी साल 2018 में 10 से 19 सितंबर के बीच ‘गाजा’ नाम का चक्रवाती तूफान आया था. यह 15 सितंबर को तमिलनाडू के तटीय इलाकों में कमज़ोर हो गया था. फिर यह कम दाब के क्षेत्र के रूप में बदल गया था. इसके बाद यह कम दाब का क्षेत्र जमीनी सतह से आगे बढ़ कर अरब सागर तक पहुंचा और वहां एक बार फिर एक नए तूफ़ान की शक्ल में सामने आया था.