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मतदान के बाद अब सट्टा बाजार में तेजी

आईपीएल की तरह सक्रिय हुए सट्टा बुकी

नागपुर/दि.20 – लोकसभा चुनाव हेतु पहले चरण का मतदान निपटते ही अब सट्टा बाजार में अच्छी खासी तेजी दिखाई दे रही है तथा आईपीएम मैचों की तरह चुनावी सीजन के दौरान भी सट्टा बुकी सक्रिय हो गये है तथा पार्टियों व प्रत्याशियों की हार जीत पर जमकर दाव लगाये जा रहे है. हालांकि अब तक बडे बुकियों ने काफी हद तक गुप्तता बनाई रखी है और पूरी तरह से भाव नहीं खोले है. लेकिन आज शनिवार की शाम के बाद सट्टा बाजार में जमकर उछाल आने का अनुमान जताया जा रहा है.
मतदान के बाद कौन सा प्रत्याशी बाजी मारेगा, किसकी कितने वोटों की लीड से जीत होगी, कौनसे विधानसभा क्षेत्र में इस उम्मीदवार के वोट ज्यादा रहेगे, एक्झीट पार्ट कैसा रहेगा, आदि विषयों को लेकर इस समय राजनीतिक चर्चाओं का बाजार गर्म है. वहीं अब सट्टा बाजार और सट्टा बुकी भी सक्रिय हो गये है. जो अपनी रोटियां सेकने के लिए चुनावी परिणाम को लेकर अलग-अलग अनुमान जता रहे है. इसके लिए सट्टेबाजों द्वारा अब तक प्रत्येक राजनीतिक सभा बैठक व रैली की ओर ध्यान लगाकर रखा गया था. साथ ही शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में किस उम्मीदवार को कितना प्रतिसाद मिल रहा है. उसके मुताबिक उम्मीदवारों का सट्टा बाजार में भाव तय हो रहा है.
बता दें कि, सट्टा बाजार की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता यह होती है कि, जिस उम्मीदवार के जीतने की संभावना अधिक होती है, उसे सबसे कम भाव दिया जाता है. वहीं पराजीत होने की संभावना रहने वाले प्रत्याशी का भाव अधिक होता है. साथ ही बदलते राजनीतिक हालात के मद्देनजर जैसे जैसे हार और जीत की संभावनाओं में फर्क पडता है. वैसे-वैसे सट्टा बाजार के दामों में भी उतार-चढाव होता रहता है. खास बात यह भी है कि, अमूमन मतदान की आंकडेवारी व प्रतिशत घोषित होते ही सट्टा बुकियों द्वारा भाव खोल दिये जाते है. लेकिन इस बार पहले चरण का मतदान निपट जाने के बावजूद भी चुनाव निपट चुके संसदीय क्षेत्र में बडे बुकियों ने भाव को लेकर अच्छी खासी गुप्तता बनाई रखी है और उम्मीद जतायी जा रही है कि, संबंधित संसदीय क्षेत्र में आज देर रात तक बडे बुकियों द्वारा भाव खोले जाएंगे.
ज्ञात रहे कि, सट्टा बाजार यानि पूरी तरह से अनिश्चितता वाली बात होती है. इस समय यद्यपि आईपीएल क्रिकेट टूर्नामेंट का माहौल चल रहा है. लेकिन सट्टा बाजार के बुकियों द्वारा लोकसभा चुनाव को ही पहली प्राथमिकता दी जा रही है और सभी बुकियों का पूरा ध्यान मतदान के साथ-साथ विभिन्न दलों के प्रत्याशियों की हार और जीत की तरफ लगा हुआ है.

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