औरंगाबाद/दि.17 – औरंगाबाद जिले में कोरोना का असर अभी कम नहीं हुआ है. बावजूद इसके जन प्रतिनिधियों की तरफ से कोरोना नियमों की अनदेखी की जा रही है. ऐसा ही एक ताजा मामला AIMIM सांसद इम्तियाज जलील का है. जहां मंगलवार को पुलिस अधिकारी ने बताया कि सांसद इम्तियाज जलील और उनके 24 अन्य साथियों के खिलाफ यहां स्वतंत्रता दिवस के मौके पर संभागीय आयुक्त कार्यालय में विरोध प्रदर्शन कर कथित तौर पर नियमों का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया गया है.
दरअसल, ये मामला औरंगाबाद जिले के संभागीय आयुक्त कार्यालय का है. जहां रविवार को सांसद इम्तियाज जलील के नेतृत्व में एआईएमआईएम कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र के मंत्री सुभाष देसाई को काले झंडे दिखाए, जब वह स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए संभागीय आयुक्त कार्यालय जा रहे थे. वहीं पुलिस अधिकारी ने कहा कि एआईएमआईएम (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन) के कार्यकर्ताओं ने बिना जिला प्रशासन की अनुमति के राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और औरंगाबाद में खेल विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग करते हुए काले झंडे लहराए. पुलिस अधिकारी ने बताया कि ऐसे में सांसद जलील ने जमकर भीड़ जुटाई और कोरोना प्रोटोकॉल तोड़ते नजर आए. इस दौरान जलील और उनके समर्थकों बिना मास्क के भीड़ में खड़े नजर आए. इसके अलावा वहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं हो रहा था.
इस मामले में पुलिस अधिकारी ने बताया कि रविवार को सिटी चौक थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 188 और 269 के तहत मामला दर्ज किया गया था. अभी तक इस मामले में किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है.
इस दौरान, जलील ने कहा कि उन्हें लोगों ने उनके मुद्दों को हल करने के लिए चुना है, और पुलिस चाहे जो भी उनके खिलाफ कार्रवाई करे, वह आंदोलन करते रहेंगे. जलील ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए बताया कि, ‘जब भी जरूरत होगी मैं सड़कों पर उतरूंगा. यह कई बार साबित हुआ है कि पुलिस दबाव में काम करती है. कई बार पुलिस हमारे पार्टी कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करती है. अगर मेरे खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जाती है, तो मुझे आश्चर्य नहीं होगा. उन्होंने बताया कि वह आगे भी बिना निर्भीक होकर लोगों के हित के लिए आंदोलन करते रहेंगे.