
* वातानुकूलित ई-बस सेवा
* दिव्यांग भवन सहित विभिन्न कार्यों के लिए भी प्रावधान
अकोला/दि.27-अकोला महापालिका के आयुक्त एवं प्रशासक डॉ. सुनील लहाने ने मंगलवार को बैठक में 1456 करोड के बजट का मंजूरी दी. प्रशासकों के कार्यकाल में अकोला मनपा का यह लगातार तीसरा बजट है. वर्ष 2025-26 के लिए महापालिका का कुल राजस्व लगभग 1456.83 करोड रुपये और अनुमानित व्यय 1445.91 करोड रुपये है. ई-बस सेवा के लिए बजट में स्टेशन, दिव्यांग भवन समेत कई प्रावधान किये गये हैं.
अकोला महापालिका के डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर मुख्य सभागृह में मनपा आयुक्त तथा प्रशासक डॉ. सुनील लहाने अध्यक्षता में 2024-25 का संशोधित और वर्ष 2025-26 के मूल बजट को मंजूरी देने के लिए बजटीय बैठक ली गई. आयुक्त ने 10.92 करोड का शेष बजट प्रस्तुत किया, जो महापालिका प्रशासन को प्राप्त आय के साथ-साथ प्रशासनिक व्यय, आवश्यक सुख-सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु अपेक्षित परिचालन खर्च को संतुलित करता है. इसे मंजूरी दे दी गई. 2025-26 के बजट के अनुसार, राजस्व आय 335.26 करोड, पूंजीगत अनुदान और महापालिका संपत्ति से आय 863.30 करोड, असाधारण ऋण और निलंबन खाते 181.95 करोड हैं. ऐसी कुल अनुमानित आय 1456.83 करोड रुपये है. कुल राजस्व खर्च 322.69 करोड, मनपा निधि से विकास कार्य और सरकारी अनुदान से कुल पूंजी खर्च 935.80 करोड असाधारण ऋण निलंबन खाते 187.42 कुल अनुमानित खर्च 1445.91 करोड रुपये होगा. इस बजट में कोई टैक्स बढोतरी नहीं की गई है.
केंद्र सरकार से महापालिका को 42 वातानुकूलित ई-बसें मिलेंगी. इसके लिए खडकी दक्षिण जोन में बस स्टैंड बनाया जाएगा और इसके लिए बजट में 10 करोड का प्रावधान किया गया है. इस बस को चार्ज करने के लिए ‘चार्जिंग स्टेशन’ बनाया जाएगा और इसके लिए 2.50 करोड रुपये का प्रावधान किया गया है. बस सेवा में कमी को पूरा करने के लिए 7 करोड का प्रावधान किया गया है.
* कचरा संग्रहण के लिए ‘ई-वाहन’
शहर में कचरा संग्रहण के लिए नवीन योजना से ई-वाहनों की खरीद के लिए सात करोड, पार्क विकास के लिए 50 लाख, वृक्षारोपण और रखरखाव के लिए दो करोड, विस्तारित जलापूर्ति योजना के लिए मनपा का हिस्सा 30 करोड, मलनिस्सारण योजना के लिए स्वहिस्सा 60 करोड, प्रशासनिक भवन के निर्माण के लिए 150 करोड रुपये आवंटित किए गए हैं.
बजट में प्राप्त करों, शुल्कों, अनुदानों और अन्य जमाओं को ध्यान में रखते हुए नागरिकों के लिए आवश्यक सेवाओं और सुविधाओं पर खर्च करने के लिए महापालिका क्षेत्र में विकास कार्यों को प्राथमिकता दी गई है. संपत्ति सहित अन्य माध्यमों से महापालिका की आय बढाने पर जोर दिया जा रहा है. बजट में उचित संतुलन बनाये रखने का प्रयास किया.
– डॉ. सुनील लहाने, आयुक्त,
महापालिका, अकोला.